बदनावर। सरदारपुर में अभी दो दिन पूर्व हुए अध्यक्ष पद के चुनाव में जहां कांग्रेस को अपनी सीट बचाने में पसीने आ गए। वहीं अब उसे एक और बड़ा झटका लगा है। यहां से विधायक प्रताप ग्रेवाल के छोटे भाई बृजेश ग्रेवाल ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर सबको चौंका दिया।
सूत्रों का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से राजनीतिक महत्वकांक्षाएं पूरी न होने से बृजेश ग्रेवाल अपने बड़े भाई से नाराज चल रहे थे, जिसका फायदा भाजपा ने उठाया। बताते हैं कि बृजेश अग्रवाल ने बड़े भाई प्रताप ग्रेवाल का पार्षद काल से ही कंधे से कंधा मिलाकर साथ दिया। वहीं पिछले कुछ सालों से बृजेश राजनीति से दूर थे।
अब जब चूंकि उन्होंने दोबारा राजनीति में कदम रखा तो उनकी महत्वकांक्षाएं बढ़ गईं और वे अपने भाई से आस लगाए रहे। विधायक प्रताप ग्रेवाल की मंशा थी कि उपाध्यक्ष सहित अन्य पदों पर पारिवारिक कब्जा न रहते हुए अन्य कांग्रेसियों को भी मौका मिले, ताकि अस्थिरता पैदा न हो। इसीलिए उपाध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस से शैलेंद्र चौहान को टिकट दिया गया था, जिससे भी बृजेश अग्रवाल नाराज रहे।
इस मामले में विधायक ग्रेवाल का कहना है कि बृजेश ने मेरा साथ छोड़ते हुए ऐसा क्यों किया यह तो वे ही जाने। कुल मिलाकर यह कहा जा रहा है कि विधायक ग्रेवाल का प्रताप अपनी ही पार्टी में कम हुआ और वे पार्टी के हुए अपने इस नुकसान को भांप नहीं पाए।
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