श्रीनगर (Srinagar)। जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) के पुंछ जिले (Poonch district) में शनिवार को आतंकवादियों (Terrorists) ने भारतीय वायुसेना (Air Force) के एक काफिले पर घात लगाकर हमला किया जिसमें एक जवान शहीद हो गया जबकि चार अन्य सैनिक घायल हो गए. घायलों में एक सैनिक की हालत गंभीर बताई जा रही है. इस बीच सेना ने आतंकियों के खिलाफ अपना तलाशी अभियान (Search operation) तेज कर दिया है और आर्मी के अतिरिक्त जवान पुंछ में जर्रा वाली गली (JWG) पहुंच गए हैं।
इस हमले की एक तस्वीर सामने आई है जिसमें दिख रहा है कि आतंकियों ने किस कदर सेना के वाहनों पर अंधाधुंध गोलिया बरसाईं. सेना के काफिले में शामिल एक ट्रक के विंडस्क्रीन पर दो दर्जन से अधिक गोलियों के निशान नजर आ रहे हैं. अधिकारियों के मुताबिक, एके असॉल्ट राइफलों से लैस आतंकवादी पास के जंगलों में भाग गए हैं।
स्थानीय राष्ट्रीय राइफल्स (RR) यूनिट ने इलाके में बड़े पैमाने पर तलाशी और घेराबंदी अभियान शुरू किया है. आज भी यहां से गुजरने वाले हर वाहन की सुरक्षाबलों द्वारा तलाशी ली जा रही है. सेना के वाहन शाहसितार के पास जनरल क्षेत्र में स्थित एयर बेस के अंदर सुरक्षित पहुंच गए हैं.संदिग्ध लोगों की आवाजाही के बारे में गोपनीय जानकारी मिलने के बाद अर्धसैनिक बलों की सहायता से पुलिस शुक्रवार से पुंछ शहर में तलाशी ले रही थी, हालांकि इस तलाशी अभियान के दौरान किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया था।
आतंकी हमला शाम करीब सवा छह बजे हुआ जब जवान जारनवाली से वायुसेना के अड्डे पर लौट रहे थे. अधिकारियों को आतंकवादियों के उसी समूह की संलिप्तता का संदेह है, जिसने पिछले साल 21 दिसंबर को पास के बुफलियाज में सैनिकों पर घात लगाकर हमला किया था जिसमें चार सैनिक शहीद हो गए थे और तीन अन्य घायल हो गए थे।
वायुसेना का बयान
भारतीय वायुसेना ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “काफिले को सुरक्षित कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है. आतंकवादियों के साथ गोलीबारी में, वायुसैनिकों ने जवाबी गोलीबारी की. इस दौरान भारतीय वायुसेना के पांच कर्मियों को गोली लग गई और उन्हें तत्काल इलाज के लिए नजदीकी सैन्य अस्पताल ले जाया गया. एक वायु सैनिक ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. स्थानीय सुरक्षा बलों द्वारा आगे की कार्रवाई जारी है।
आतंकियों की वापसी का संकेत!
निकटवर्ती राजौरी के साथ सीमावर्ती पुंछ जिले में पिछले दो वर्षों में कुछ बड़े आतंकवादी हमले हुए हैं जो इस क्षेत्र में आतंकवादी गतिविधियों की वापसी का संकेत हैं, जबकि एक बार इस क्षेत्र को आतंकवाद से मुक्त कर दिया गया था और 2003 से 2021 के बीच यहां शांति थी.बीजेपी नेता कविंदर गुप्ता ने पाकिस्तान पर आरोप लगाते हुए हमले को माहौल खराब करने की कोशिश बताया।
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