इंदौर: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की 29 लोकसभा सीटों (Lok Sabha Seats) पर चुनाव (Election) संपन्न हो गए हैं. इसके बावजूद प्रदेश में सियासी पारा चढ़ा हुआ है. कांग्रेस (Congress) ने सीएम मोहन यादव (Mohan Yadav) के खिलाफ अमर्यादित भाषा का प्रयोग करने का आरोप लगाया है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी (Jitu Patwari) ने मुख्यमंत्री मोहन के खिलाफ निर्वाचन आयोग (Election Commission) से शिकायत की है. इसमें बताया गया है, “मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव अन्य प्रदेशों में संबोधन के दौरान कांग्रेस नेताओं को हरामी कहकर संबोधित कर रहे हैं. इसलिए आगामी दिनों के लिए सीएम मोहन यादव के प्रचार-प्रसार पर रोक लगाई जाए.”
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने इसकी शिकायत भारत निर्वाचन आयोग से की है. कांग्रेस चुनाव आयोग कार्य प्रभारी जेपी धनोपिया के साइन से जारी शिकायती पत्र में बताया गया है कि ‘सीएम मोहन यादव ने 15 मई को हरियाणा के गुरुग्राम लोकसभा क्षेत्र के रेवाड़ी जिले के कौसली कस्बा में चुनावी आमसभा को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान आमसभा में उन्होंने खुलकर धर्म का दुरुपयोग किया. भगवान राम के नाम पर मतदाताओं से वोट मांगे और इतना ही नहीं उन्होंने अपने भाषण में कांग्रेस पार्टी के प्रति अपशब्दों का प्रयोग किया.’
उन्होंने कहा कि ‘सीएम ने अपने भाषण में कहा कि राम मंदिर बनने पर खुशी तो जाहिर की, लेकिन उनकी छाती पर सांप लौट रहे थे, जब मंदिर बन गया तो कहने लगे हमारे राम, तुम्हारे राम, आओ बेटा, लेकिन तुमने तो हरामी पन किया है, अब जनता तुम्हारा हिसाब करेगी और कांग्रेस को वोट नहीं देगी.’ वहीं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भारत निर्वाचन आयोग को दिए आवेदन में कहा कि ‘मुख्यमंत्री मोहन यादव ने लोकसभा चुनाव के प्रचार में भगवान राम के नाम का उपयोग करते हुए धर्म का दुरुपयोग किया है.’
‘इसके अलावा कांग्रेस पार्टी के नेताओं को हरामी जैसे शब्दों का प्रयोग करते हुए गालियां दी हैं, जो सरासर प्रभावशील आदर्श आचार संहिता का खुला उल्लंघन है. इसलिए उनके खिलाफ आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का प्रकरण दर्ज कर कार्यवाही की जाए. साथ ही मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव को लोकसभा चुनाव में आगामी दिनों में प्रचार करने से तुरंत प्रतिबंधित किया जाए.’