जियो के पास अब मप्र-छग में कुल 1210 मेगाहर्ट्ज का स्पेक्ट्रम है। मप्र-छग में सिर्फ जियो के पास 700 मेगाहर्ट्ज का स्पेक्ट्रम होने से कंपनी को नई ताकत मिलेगी। अमेरिका और यूरोपीय यूनियन ने इसे 5जी सर्विस के लिए प्रीमियम बैंड घोषित किया है।
टेलीकॉम सेक्टर के एक्सपर्ट रोहन धमीजा के मुताबिक 700 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम में बेहतर इनडोर और आउटडोर कवरेज मिलता है। दूसरी तरफ 700 मेगाहर्ट्ज बैंड का टावर करीब 10 किलोमीटर तक कवरेज दे सकता है। इस कारण से टॉवर कम लगाने पड़ते हैं। इसके जरिए ग्रामीण इलाकों को भी जोड़ने में मदद मिलेगी।
वार्षिक रिपोर्ट के मुताबिक जियो की 5जी सर्विस लॉन्च करने की तैयारियों के बीच इससे आगे की टेक्नोलॉजी 6जी पर भी नजर है। रिलायंस इंडस्ट्रीज की 2021-22 की जारी वार्षिक रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। रिपोर्ट में कहा गया है कि 6जी की तैयारियों के लिए जियो ने फिनलैंड की ‘यूनिवर्सिटी ऑफ उलू’ से हाथ मिलाया है। ये यूनिवर्सिटी विश्व के पहले बड़े 6जी रिसर्च कार्यक्रम की लीडर है।
ट्राई की हाल ही में जारी रिपोर्ट के मुताबिक मप्र-छग में कुल 7.72 करोड़ मोबाइल ग्राहक हैं। इसमें जियो 3.66 करोड़ ग्राहकों के साथ पहले स्थान पर है। जियो ने जून महीने में 5.15 लाख ग्राहक जोड़े। वहीं वोडाफोन आइडिया के 1.95 करोड़, एयरटेल के 1.52 करोड़ ग्राहक हैं। सरकारी कंपनी बीएसएनएल के सर्किल में 58.1 लाख ग्राहक हैं। एजेंसी
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved