नई दिल्ली । दुनियाभर में कई तरह के पौधे (plants) और फल पाए जाते हैं। लेकिन अगर अभी तक ज्ञात सबसे जहरीले फल की बात की जाए तो यह खिताब जिम्पी-जिम्पी (Gympie-Gimpy) के पास ही है। साधारण सा दिखने वाला यह हरा पौधा इंसानी दिमाग के लिए बहुत खतरनाक साबित होता है। यह इंसानी दिमाग को आत्मघाती विचारों से भरकर आत्महत्या करने तक के लिए मजबूर कर सकता है। पौधे के चारों तरफ जहर से भरे छोटे-छोटे बाल रहते हैं जो किसी सुई की तरह काम करते हैं।
फर्स्टपोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक जिम्पी-जिम्पी को आधिकारिक तौर पर डेंड्रोकनाइड कहा जाता है। लेकिन आम बोल चाल की भाषा में इसे ऑस्ट्रेलियाई स्टिंगिंग ट्री के रूप में जाना जाता है। इस पौधे को छूने वाले लोगों के अनुभवों के आधार पर तैयार की गई रिपोर्ट के मुताबिक पौधे का डंक लगने पर ऐसा लगता है मानों गर्म एसिड से जला दिया गया हो या फिर बिजली का झटका लग गया हो।
रिपोर्ट्स के मुताबिक यह पौधा मुख्य रूप से आस्ट्रेलिया, मोलुकास और इंडोनेशिया के वर्षा वनों में पाया जाता है। इसकी पत्ती का आकार दिल के आकार जैसा होता है। दिखने में यह किसी सामान्य पौधे की तरह ही दिखती है। लेकिन इसे छूने पर यह अपने रंग दिखा सकती है।
इस पूरे पौधे के शरीर पर छोटे-छोटे बाल होते हैं। जो कि सुईयों की तरह काम करते हैं। इन बालों में शक्तिशाली न्यूरोटॉक्सिन भरा होता है, जो इंसानी शरीर में सबसे पहले तो जलन करता है फिर उसमें असहनीय दर्द होता है।
क्वींसलैंड यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर इरीना वेटर ने बताया कि जिम्पी-जिम्पी पौधे में जो न्यूरोटॉक्सिन पाया जाता है वह जिमपीटाइडस मकड़ी और कोन घोंघे के समान ही जहरीले होते हैं। यह एक ही तरह की दर्द रिसेप्टर्स को निशाना बनाते हैं।
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