नई दिल्ली: बांग्लादेश (Bangladesh) में हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसा पर ‘सेंटर फॉर डेमोक्रेसी, प्लूरलिज्म एंड ह्यूमन राइट्स’ यानी कि CDPHR ने एक खौफनाक रिपोर्ट पेश की है। CDPHR की प्रेजिडेंट डॉक्टर प्रेरणा मल्होत्रा और प्रोफेसर कपिल कुमार ने ‘Minorities Under Siege In Bangladesh’ नाम की इस रिपोर्ट को जनता के सामने पेश किया।
इस रिपोर्ट में कहा गया है कि बांग्लादेश में सरकार के संरक्षण में अल्पसंख्यक हिंदुओं के ऊपर जमकर अत्याचार हो रहा है। बांग्लादेश जो कुछ भी हिंदुओं के के साथ हो रहा है, उसका असर पूरी दुनिया पर पड़ेगा। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि दुनिया के बड़े मुल्कों की जिम्मेदारी बनती है कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के ऊपर दवाब बनाएं, जिससे हिंदुओं के ऊपर हो रहे अत्याचार बंद हो सके।
रिपोर्ट से जुड़ी बातों पर बोलते हुए डॉक्टर प्रेरणा मल्होत्रा ने कहा, ‘यह बांग्लादेश को लेकर हमारी तीसरी रिपोर्ट हैं। बांग्लादेश जल रहा हैं। हिंदुओं के साथ बहुत गलत हो रहा है। सबसे आश्चर्यजनक बात यह है कि इसको लेकर दुनिया शांत है। अल्पसंख्यकों को दबाया जा रहा हैं और उनके खिलाफ हिंसा हो रही है।
हमारे डेटा के मुताबिक, शेख हसीना को हटाए जाने के 4 दिनों के भीतर तोड़फोड़ के 190 मामले दर्ज किए गए। इसके अलावा 16 मंदिरों को तहस नहस किया गया। 20 अगस्त तक 2 हजार से ज्यादा हिंदुओं पर हिंसा के मामले दर्ज किए गए जबकि 69 हिंदू मंदिरों को तोड़ा गया। अब तक ये हिंसा लगातार जारी है।’
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे जिहादियों के हमलों पर बोलते हुए मल्होत्रा ने कहा, ‘जब 8 अगस्त को मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार बनी तो हमने सोचा कि ये मामले शांत होंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ। सरकार का काम है लोगों की रक्षा करना, लेकिन अल्पसंख्यकों के बचाव के लिए कुछ नहीं किया गया। पाकिस्तान और अफगानिस्तान जैसे वाकये बांग्लादेश में भी हुए।’
उन्होंने कहा कि जिहादी महिलाओं और बच्चों को भी नहीं छोड़ रहे हैं और उन पर हिंसा के 477 मामले दर्ज किए गए, खुले तौर पर नरसंहार हो रहा है। मल्होत्रा ने कहा कि हिंदुओं के खिलाफ नारे लगाए गए हैं, इस्लाम की सोच से जो भी अलग है उसके साथ गलत किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, बांग्लादेश से हिंदुओं को खत्म करने के लिए नरसंहार हो रहा है।
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