रांची। झारखंड का पहला अग्निवीर बैच देश सेवा के लिए निकल गया है। 704 अग्निवीरों ने बुनियादी और उन्नत प्रशिक्षण को पूरा कर लिया है। अग्निवीरों को सेना की दो रेजिमेंटों में भेजा गया है, जहां वे भारतीय सैनिक के जवान के रूप में देश की सेवा करेंगे। सैन्य अधिकारी के अनुसार, 704 अग्निवीरों में से 520 अग्निवीर सिख रेजिमेंट तो वहीं 184 अग्निवीर पंजाब रेजिमेंट में शामिल हुए।
सिख रेजिमेंट के अधिकारियों ने की अग्निवीरों की तारीफ
सिख रेजिमेंटल सेंटर के हरबख्श ड्रिल स्क्वायर में रंगारंग कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में अग्निवीरों को संबोधित करते हुए सैन्य सचिव लेफ्टिनेंट जनरल पीजीके मेनन ने रेजिमेंट के आदर्श वाक्य ‘निश्चय कर अपनी जीत करूं’ को बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित किया। एसआरसी के कमांडेंट ब्रिगेडियर शैलेश सती ने अग्निवीरों की बेदाग उपस्थिति की सराहना की। ब्रिगेडियर सती ने जवानों के अनुशासन, प्रशिक्षण और ड्रिल की भी तारीफ की। जवानों को अच्छी और गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण देने के लिए उन्होंने ट्रेनिंग सेंटर के प्रशिक्षकों और कर्मचारियों की भी प्रशंशा की।
पंजाब रेजिमेंटल सेंटर में आयोजित हुआ पासिंग आउट परेड
रामगढ़ स्थित पंजाब रेजिमेंटल सेंटर के किलाहारी ड्रिल स्क्वायर में भी पासिंग आउट परेड आयोजित की गई। परेड में 184 अग्निवीर अपने माता-पिता की उपस्थिति में पास हुए। सेंटर कमांडेंट ब्रिगेडियर संजय चंद्र कांडपाल ने उन्हें रेजिमेंट की युद्ध परंपरा के बारे में अवगत कराया। उन्होंने जवानों से डेढ़ सदी पुरानी युद्ध जीतने की पंरपरा को आगे भी बनाए रखने के लिए आग्रह किया। ब्रिगेडियर कांडपाल ने सम्मान-प्रशंसा के रूप में अग्निवीरों के माता-पिता को गौरव पदक भेंट किया।
धार्मिक ग्रंथों की उपस्थिति में दिलाई गई शपथ
सैन्य अधिकारी का कहना है कि पासिंग आउट परेड में शामिल कैडेट्स ने श्रीमद्भागवत गीता और श्रीगुरु ग्रंथ साहिब की उपस्थिति में शपथ ग्रहण किया। शनिवार को पास हुए 704 अग्निवीरों में जनरल ड्यूटी और ट्रेडमैन दोनों शामिल हैं। अग्निवीर बैच का प्रशिक्षण दो जनवरी 2023 को शुरू हुआ था।
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