रांची । झारखंड में गढ़वा (Garhwa in Jharkhand )के एक गांव में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन (Durga idol immersion)को रोके जाने पर भारी बवाल (huge uproar)हुआ। पथराव में कई लोग जख्मी (Many people were injured)हो गए। प्रतिमा विसर्जन के लिए जा रहे लोगों को एक गांव में कथित तौर पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने रोक दिया। उनका कहना था कि हर साल इस रास्ते से विसर्जन नहीं होता है। देर रात तक मूर्ति का विसर्जन नहीं हो पाया था। भारी सुरक्षा के बावजूद दोनों समुदाय के बीच टकराव जारी था।
यह मामला सदर प्रखंड के लखेया गांव का है। विवाद के बाद हुए पथराव में कई लोग जख्मी भी हो गए हैं। फिलहाल पुलिस और प्रशासन की टीम गांव में मौजूद है और मामले को सुलझाने में लगी हुई है। हालांकि अभी भी स्थिति तनावपूर्ण है। सुरक्षा के मद्देनजर गांव में भारी संख्या में पुलिसबल भी तैनात है।
उधर झारखंड भाजपा के अध्यक्ष और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने इस विवाद को लेकर शनिवार रात को एक सोशल मीडिया पोस्ट की, जिसमें उन्होंने गढ़वा के एक गांव में मुस्लिम समुदाय द्वारा मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन रोके जाने का आरोप लगाया।
अपनी ‘एक्स’ पोस्ट में मरांडी ने लिखा, ‘गढ़वा में एक गांव में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन पिछले 6-7 घंटों से रोक रखा है। पुलिस, विसर्जन रोककर धार्मिक उन्माद फैलाने वाले लोगों पर कारवाई करने की बजाय सिर्फ चिरौरी कर रही है। झारखंड पुलिस के डीजीपी तुरंत संज्ञान लेकर विसर्जन रोकने वाले लोगों पर कठोर कारवाई करते हुए मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन सुनिश्चित कराएं, अन्यथा क्षेत्र का सामाजिक सौहार्द बिगड़ सकता है।’
अपनी इस पोस्ट को उन्होंने झारखंड पुलिस और गढ़वा पुलिस को भी टैग किया। अपनी पोस्ट के साथ उन्होंने जो वीडियो शेयर किया, उसमें लोगों की भीड़ से पुलिस द्वारा की जा रही घोषणा की आवाज सुनाई दे रही है कि ‘सब लोग अपनी-अपनी जगह पर शांति रखेंगे और कोई भी व्यक्ति जो है वो कानून को अपने हाथ में नहीं लेगा’।
यह है पूरा मामला
यह घटना गढ़वा के सदर थाना क्षेत्र के लखना गांव की है। जहां रास्ता विवाद में मुस्लिम समुदाय द्वारा दुर्गा प्रतिमा विसर्जन को रोक दिया गया। खबर के अनुसार प्रतिमा विसर्जन के लिए हर साल जो रास्ता अपनाया जाता था, उसकी जगह इस बार नया रास्ता अपनाया गया। जिसके विरोध में विसर्जन के लिए जा रहे लोगों को रोक दिया गया। जिसके बाद बीते 6-7 घंटों से गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई है।
गांव में विवाद के बीच पत्थरबाजी भी हुई जिसमें कई लोग घायल हुए हैं। स्थिति अभी भी तनावपूर्ण बनी हुई है। डीसी-एसपी मौके पर मौजूद हैं।फिलहाल विवाद के हल के लिए पुलिस दोनों पक्षों के लोगों से बातचीत करते हुए समझाने की कोशिश कर रही है। सुरक्षा की दृष्टि से गांव में भारी पुलिस बल भी तैनात है।
गढ़वा में एक गांव में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने माँ दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन पिछले 6-7 घंटों से रोक रखा है। पुलिस, विसर्जन रोककर धार्मिक उन्माद फैलाने वाले लोगों पर कारवाई करने की बजाय सिर्फ चिरौरी कर रही है।@jharkhandpolice के डीजीपी तुरंत संज्ञान लेकर विसर्जन रोकने वाले… pic.twitter.com/bHEzORNk3z
गढ़वा में एक गांव में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने माँ दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन पिछले 6-7 घंटों से रोक रखा है। पुलिस, विसर्जन रोककर धार्मिक उन्माद फैलाने वाले लोगों पर कारवाई करने की बजाय सिर्फ चिरौरी कर रही है।@jharkhandpolice के डीजीपी तुरंत संज्ञान लेकर विसर्जन रोकने वाले… pic.twitter.com/bHEzORNk3z
— Babulal Marandi (@yourBabulal) October 12, 2024
उधर गढ़वा के पूर्व विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी ने इस विवाद को लेकर ‘एक्स’ पर जानकारी देते हुए बताया, ‘गढ़वा के लखना गांव में मूर्ति विसर्जन को लेकर हुए विवाद की सूचना मिलने के उपरांत मैं स्वयं घटना स्थल पर मौजूद हूं और मामले पर नजर बनाए हुए हूं। हमारी भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने का अधिकार किसी को नहीं है। माता दुर्गा का मूर्ति विसर्जन अवश्य होगा।’
गढ़वा के लखना गांव में मूर्ति विसर्जन को लेकर हुए विवाद की सूचना मिलने के उपरांत मैं स्वयं घटना स्थल पर मौजूद हूं और मामले पर नजर बनाए हुए हूं।
हमारी भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने का अधिकार किसी को नहीं है। माता दुर्गा का मूर्ति विसर्जन अवश्य होगा।@yourBabulal @bjpkarmveer pic.twitter.com/6ZkI1PIimX— Satyendra Nath Tiwari (मोदी जी का परिवार) (@sntiwarimla) October 12, 2024
गढ़वा के लखना गांव में मूर्ति विसर्जन को लेकर हुए विवाद की सूचना मिलने के उपरांत मैं स्वयं घटना स्थल पर मौजूद हूं और मामले पर नजर बनाए हुए हूं।
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