रांची (Ranchi) । झारखंड (Jharkhand) के रांची में स्थित रमजान कॉलोनी में बकरीद (Bakrid) के मौके पर खुलेआम गाय के बछड़े (cow calves) की कुर्बानी (sacrifice) देने का मामला तूल पकड़ रहा है। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद रांची पुलिस ऐक्शन में आ गई है। वहीं इस मुद्दे ने अब राजनीतिक रंग भी ले ली है। भाजपा ने ऐसी घटनाओं के लिए कहा है कि रांची पुलिस की शिथिलता के कारण इस तरह की घटनाएं होती है।
दरअसल, इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद लोगों ने सोशल मीडिया पर रांची पुलिस के खिलाफ एक तरह से मोर्चा ही खोल दी। लोग रांची पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाने लगे। सुप्रीम कोर्ट के वकील शशांक शेखर झा ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा कि बकरीद के अवसर पर रांची के पीस रोड स्थित रमजान कॉलोनी में गाय के बछड़े का वध कर दिया गया। क्या यह हिंदुओं को भड़काना और उन्हें अपमानित करना नहीं है?
एक अन्य यूजर आनंद सिंह ने रांची पुलिस को निशाना बनाते हुए लिखा कि ये लोग पीस मीटिंग के नाम पर केवल खानापूर्ति भर करते हैं। उनके (मुसलमानों) इलाकों में घुसने तक की हिम्मत नहीं होती रांची पुलिस की। मेन रोड में हनुमान मंदिर से लेकर सैनिक मार्केट तक कोई भी पुलिसवाला चालान तक काटने की हिम्मत नहीं रखता। ऐसे लोगों से क्या अपेक्षा की जा सकती है? वहीं, एक अन्य यूजर राज सिंह ने लिखा है कि ये लोग फिर कहते हैं कि हिंदू-मुसलमान में एकता क्यों नहीं बनती? ये लोग भारत में रहने लायक नहीं हैं।
इन सबके बीच भाजपा के वरिष्ठ नेता तथा रांची के विधायक सीपी सिंह ने इस घटना की घोर निंदा की है। झारखंड के विधानसभा पूर्व स्पीकर और राज्य के पूर्व मंत्री रह चुके सीपी सिंह ने कहा कि यह बेहद ही शर्मनाक एवं हिंदू आस्था को चोट पहुंचाने वाला घृणित कार्य है। रांची पुलिस की अकर्मण्यता के कारण ही ऐसे घटिया मानसिकता के लोग खुलेआम ऐसी घटना को अंजाम दे रहे हैं। झारखंड पुलिस एवं प्रशासन तुरंत इन अपराधियों को पकड़ कर इनपर कड़ी कार्रवाई करे।
सोशल मीडिया पर हो रही किरकिरी और मामले में राजनीतिक तूल पकड़ने के बाद रांची पुलिस ऐक्शन में आ गई है। पुलिस ने कहा है कि दोषियों की पहचान कर ली गई है। उनके खिलाफ कानून के अनुसार कारर्वाई की जा रही है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved