जमशेदपुर (Jamshedpur)। कुछ दिनों पहले आइसक्रीम (Ice cream) से इंसान की कटी हुई उंगली (Human finger severe) निकली थी। इसकी तस्वीर सोशल मीडिया (Social media) पर खूब वायरल हुई। इस घटना के कुछ ही दिनों के भीतर देशभर से कई तस्वीरें सामने आने लगीं हैं। कभी चिप्स के पैकेट से मेंढक (Frog from chips packet) निकलता है तो कभी सांभर और चॉकलेट सिरप (Sambar and chocolate syrup.) से मरा हुआ चूहा। ऐसे में अब झारखंड (Jharkhand) में बोतल बंद पानी (Bottled water) में मरी हुई छिपकली (Dead lizard) दिखी है। कस्टमर ने रेलवे स्टेशन के पास पानी खरीदा था।
कांग्रेस नेता के बोतल में छिपकली
रेलवे स्टेशनों के आसपास अक्सर हमें ब्रांडेड पानी की बोतल खरीदने के लिए भटकना पड़ता है। डुप्लीकेट बोतल बंद पानी धड़ल्ले से बेची जाती हैं। ऐसे में यह शक रहता है कि पानी की गुणवत्ता अच्छी होगी या नहीं। लेकिन किसी बोतल से छिपकली का निकलना तो दहला देने वाला है। कुछ ऐसा ही टाटानगर स्टेशन पार्किंग के पास हुआ। एक कांग्रेस नेता के बोतल में मरी हुई छिपकली दिखी।
मचा खूब बवाल
स्टेशन पार्किंग के पास रविवार दोपहर सिल्की ड्रॉप बोतलबंद पानी में छिपकली मिलने से हड़कंप मच गया। बोतल खरीदने वाले टाटानगर मंडल कांग्रेस के अध्यक्ष मुन्ना मिश्रा व अरुण सिंह ने इसपर आक्रोश जताया है। दुकानदार मोना साहू से पूछताछ के बाद पानी के डिस्ट्रीब्यूटर को बुलाकर दोनों ने फटकार लगाई। जिला फूड सेफ्टी अधिकारी से भी सोमवार को इसकी शिकायत करेंगे।
दुकान बंद कर भागा संचालक
बताया जाता है कि मुन्ना मिश्रा व अरुण सिंह साथियों के साथ बैठे थे। प्यास लगने पर टाटानगर स्टेशन पार्किंग के पास मोना साहू की दुकान से पानी का बोतल मंगवाया। मुन्ना बोतल खोलने वाले ही थे कि अरुण की नजर बोतल में मरी हुई छिपकली पर पड़ी। इससे पानी की बोतल का सील नहीं तोड़ा और बोतल पर दर्ज नंबर पर फोन किया। बोतल में छिपकली मिलने के बाद संचालक दुकान बंद कर भाग गया।
हालांकि, बागबेड़ा क्षेत्र में सिल्की ड्रॉप पानी का डिस्ट्रीब्यूटर तत्काल मौके पर पहुंचा। डिस्ट्रीब्यूटर मामले को खत्म करने का अनुरोध करने लगा, लेकिन दोनों सहमत नहीं हुए। इधर, मुन्ना मिश्रा को डिस्ट्रीब्यूटर ने बताया कि जमशेदपुर में सिल्की ड्रॉप पानी का बोतल हाइवे स्थित भिलाईपहाड़ी एवं पश्चिम बंगाल के बलरामपुर प्लांट से आता है। मुन्ना मिश्रा ने कहा कि फूड सेफ्टी अधिकारी से पानी की विभागीय जांच कराने की मांग करेंगे।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved