रांची । झारखंड (Jharkhand) के सरायकेला में बांग्लादेशी घुसपैठ (Bangladeshi Infiltration) की शिकायत पर गृह विभाग (Home Department) ने डीजीपी (DGP) को जांच के आदेश दिए हैं। गृह विभाग ने यह आदेश नगर पंचायत सरायकेला के पूर्व उपाध्यक्ष मनोज कुमार चौधरी की शिकायत पर दिया है।
मनोज कुमार चौधरी ने 10 अगस्त को मुख्य सचिव को पत्र लिख कर शिकायत की थी कि उन्हें गुप्त सूचना मिली है कि बांग्लादेशी घुसपैठिए सरायकेला जिले के कई प्रखंडों में अपनी पहचान मुर्शिदाबाद का बता कर अनैतिक रूप से रह रहे हैं। यह भविष्य के लिए चिंताजनक है। उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि घुसपैठियों के खिलाफ समय रहते कार्रवाई की गई होती तो संताल परगना में डेमोग्राफी बदल जाने की नौबत नहीं आती। शिकायतकर्ता ने लिखा है कि हाईकोर्ट ने बांग्लादेशी घुसपैठ से संबंधित जनहित याचिका की सुनवाई के दौरान आपत्ति जताई है। घुसपैठ के मुद्दे पर हाईकोर्ट में सुनवाई हो चुकी है।
ज्ञात हो कि बांग्लादेशी घुसपैठ का मामला सियासी जंग में भी मुद्दा बना हुआ है। भाजपा इस मामले को लेकर राज्य सरकार पर हमलावर है तो राज्य सरकार इसे केंद्रीय गृह मंत्रालय का विषय बता रही है।
यह भी जानिए: जेएसएससी ने शिकायतकर्ताओं को दिया नोटिस
जेएसएससी ने सीजीएल परीक्षा की अनियमितता की शिकायत करने वाले पांच लोगों को नोटिस जारी किया है। इनमें कुणाल प्रताप सिंह, आशीष कुमार, प्रकाश कुमार, रामचंद्र मंडल, विनय कुमार और प्रेम लाल ठाकुर शामिल हैं। आयोग के सचिव सुधीर गुप्ता की ओर से जारी नोटिस में कहा है कि सीजीएल परीक्षा में गड़बड़ी की शिकायत को लेकर राजभवन से मिले दस्तावेज और शिकायतकर्ताओं के ज्ञापन, पेन ड्राइव और सीडी की जांच जारी है। आयोग की तीन सदस्यीय टीम जांच में जुटी है। जांच में सहयोग के लिए 30 सितंबर को शिकायतकर्ताओं को आयोग में बुलाया गया है। लेकिन, सोशल मीडिया से सूचना मिल रही है कि 30 सितंबर को बड़ी संख्या में आयोग में पहुंचने का आह्वान किया है। उन्होंने लिखा, जांच के दौरान आंदोलन पर कार्रवाई हो सकती है। यह भी दावा किया कि उग्र प्रदर्शन के लिए उकसाया जा रहा है।
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