बोकारो। झारखंड (Jharkhand) के बोकारो स्टील सिटी (Bokaro Steel City) में विस्थापितों के नियोजन की मांग को लेकर चल रहा प्रदर्शन उस समय हिंसक हो गया, जब बीएसएल (बोकारो स्टील लिमिटेड) (BSL – Bokaro Steel Limited) की सुरक्षा टीम और सीआईएसएफ ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज (Lathi charge on protesters) कर दिया. इस घटना में 26 साल के प्रेम महतो की मौत हो गई, जबकि कई महिलाएं घायल हो गईं।
रिपोर्ट के मुताबिक घायलों को बोकारो जनरल अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है. इस घटना के बाद इलाके में तनाव बढ़ गया है और विस्थापितों का आक्रोश भड़क उठा है. दरअसल विस्थापितों का एक बड़ा समूह एडीएम बिल्डिंग के पास नियोजन (रोजगार) की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहा था. विस्थापितों का कहना है कि उन्होंने अपनी जमीन बीएसएल को दी थी, लेकिन आज तक उन्हें नौकरी नहीं मिली।
प्रदर्शनकारियों ने जब अपनी मांग को लेकर विरोध तेज किया, तो सुरक्षाबलों ने बल प्रयोग करते हुए लाठीचार्ज कर दिया. लाठीचार्ज के दौरान 26 साल के प्रेम महतो गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में उनकी मौत हो गई।
तनावपूर्ण हालात, बढ़ा आक्रोश
प्रेम महतो की मौत के बाद प्रदर्शनकारियों में आक्रोश और बढ़ गया. बड़ी संख्या में विस्थापित एडीएम बिल्डिंग और बोकारो जनरल अस्पताल के बाहर इकट्ठा हो गए हैं. विरोध कर रहे लोगों का कहना है कि जब तक उन्हें न्याय नहीं मिलेगा, वो अपना आंदोलन और तेज करेंगे. स्थिति को काबू में लाने के लिए प्रशासन ने अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया है।
घटना की खबर मिलते ही कांग्रेस विधायक स्वेता सिंह मौके पर पहुंचीं. उन्होंने सरकार और बीएसएल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि विस्थापितों से उनकी जमीन ले ली गई, लेकिन जब वे नौकरी मांगने आए तो उन पर लाठियां बरसाई गईं. उन्होंने यह भी कहा कि एक युवक की मौत इस लाठीचार्ज के कारण हुई है, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और अन्यायपूर्ण है।
इस घटना को लेकर स्थानीय प्रशासन और बीएसएल के अधिकारी कुछ भी कहने से बच रहे हैं. सूत्रों के अनुसार, प्रशासन स्थिति को सामान्य करने की कोशिश कर रहा है. विस्थापितों ने साफ कर दिया है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो वो अपना आंदोलन और उग्र करेंगे।
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