लखनऊ। यूपी सरकार (UP government) ने एक और रेलवे स्टेशन (Another railway station) का नाम बदल (name changed) दिया है। अब झांसी रेलवे स्टेशन (Jhansi Railway Station) का नाम वीरांगना लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन (Veerangana Laxmibai Railway Station) रख दिया गया है। उत्तर प्रदेश सरकार के नाम परिवर्तित करने के प्रस्ताव को केंद्र सरकार द्वारा मंजूरी मिलने के बाद शासनादेश जारी कर दिया गया है।
रेलवे स्टेशन का नाम बदला
बता दें कि तीन महीने पहले गृह मंत्रालय को ये प्रस्ताव दिया गया था कि झांसी रेलवे स्टेशन का नाम बदला जाए. अब उसी प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए यूपी सरकार ने झांसी रेलवे स्टेशन का नाम बदल वीरांगना लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन कर दिया है. रेलवे स्टेशन का कोड भी अब बदल दिया जाएगा। सरकार की तरफ ये तर्क दिया जा रहा है कि स्टेशन का नाम बदलने से भी क्षेत्र में पर्यटन की संभावनाएं बढ़ सकती हैं। बुंदेलखंड इलाके में भी इसका लाभ देखने को मिल सकता है।
वैसे राज्य सरकार ने कई मौकों पर ये स्पष्ट किया है कि जरूरत के हिसाब से नाम बदले जाएंगे। इससे पहले योगी सरकार ने अपने कार्यकाल में फैजाबाद को अयोध्या, इलाहाबाद को प्रयागराज, मुगलसराय को दीन दयाल उपाध्याय नगर बना दिया गया है। इस बार फर्क ये रहा है कि सरकार ने शहर की जगह किसी रेलवे स्टेशन का नामकरण कर दिया है। चुनावी मौसम में सरकार का ये फैसला काफी अहम माना जा रहा है।
शायरों के नाम पर भी विवाद
इस सब के अलावा अब यूपी में शिक्षा आयोग ने कई मशहूर शायरों के नामों को बदलकर प्रयागराज के नाम पर कर दिया है। उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी का नाम बदलकर ‘अकबर प्रयागराजी’ कर दिया। साथ ही, तेग इलाहाबादी का भी नया नामकरण करके तेग प्रयागराज और राशिद इलाहाबादी को राशिद प्रयागराज कर दिया गया। लेकिन बाद में जब इस फैसले पर विवाद बढ़ा तो आयोग ने आगे आकर सफाई दी कि उनकी साइट को हैक कर लिया गया था।
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