नई दिल्ली/मुंबई। आर्थिक संकट से जूझ रही विमानन कंपनी जेट एयरवेज ने रिवाइवल प्लान नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) को सौंप दिया है। इस रिवाइवल प्लान को जेट के रिजॉल्यूशन प्रोफेशनल के कर्जदाताओं की समिति ने अपनी मंजूरी दे दी है। कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंज को भेजी सूचना में यह जानकारी दी।
जानकारी के मुताबिक एनसीएलटी यदि इसे मंजूरी दे देती है, तो मुरारी लाल जालान और फ्लोरियन फ्रिट्श का कंसोर्टियम जेट एयरलाइन को रिवाइव करने के लिए उसमें निवेश कर सकते हैं। इस कंसोर्टियम ने ही बिड जीती थी।
उल्लेखनीय है कि 18 अक्टूबर को जेट एयरवेज प्राइवेट लिमिटेड के कर्जदाता बैंकों ने ब्रिटेन के कालरॉक कैपिटल और यूएई के उद्यमी मुरारी लाल जालान के कंसोर्टियम की बिड को स्वीकार कर लिया था। जेट एयरवेज की सभी उड़ानें 18 अप्रैल, 2019 से बंद हैं। वहीं, विभिन्न क्रेडिटर्स का जेट पर 25 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का बकाया है, जिसमें वित्तीय कर्जदाताओं का आठ हजार करोड़ रुपया शामिल है। हालांकि उन्हें अपना बकाया का मामूली हिस्सा ही मिलने की उम्मीद है। (एजेंसी, हि.स.)
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