नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने बुधवार (7 फरवरी) को आरक्षण (Reservation) को लेकर देश के पहले पीएम पंडित जवाहरलाल नेहरू (Jawaharlal Nehru) पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि पूर्व पीएम जवाहरलाल नेहरू आरक्षण के खिलाफ थे.
रज्यसभा में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा, ”जवाहरलाल नेहरू ने मुख्यमंत्रियों को चिट्ठी लिखी थी. इसमें नेहरू ने लिखा था कि मैं किसी भी आरक्षण को पसंद नहीं करता और खासकर नौकरी में आरक्षण तो कतई नहीं. मैं ऐसे किसी भी कदम के खिलाफ हूं, जो अकुशलता को बढ़ावा दें और दोयम दर्जे की ओर ले जाएं.”
पीएम मोदी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी का नाम लिए बिना कहा, ”कांग्रेस जन्म से ही आरक्षण की विरोधी है. नेहरू कहते थे कि अगर अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) और ओबीसी को नौकरी में आरक्षण मिला तो काम का स्तर गिर जाएगा. ये लोग आज गिना रहे हैं कि कौन सी जाति के कितने अफसर हैं.”
दरअसल, आए दिन कांग्रेस नेता राहुल गांधी देश में जातिगत जनगणना की मांग करते हुए कह रहे हैं कि लोगों को पता चलना चाहिए है कि किसकी कितनी आबादी है. उन्होंने हाल ही में कहा था कि 90 अफसरों में से सिर्फ 3 ओबीसी समाज से आते हैं.
राहुल गांधी ने क्या कहा था?
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने रांची में सोमवार (5 फरवरी) को रैली करते हुए वादा किया था कि केंद्र में ‘इंडिया’ गठबंधन की सरकार बनने पर जाति आधारित जनगणना होगी. साथ ही हम आरक्षण पर 50 प्रतिशत की सीमा हटा देंगे.
उन्होंने इस दौरान पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा था कि जब जाति आधारित जनगणना की मांग उठी और ओबीसी, दलितों और आदिवासियों को अधिकार देने का समय आया तो प्रधानमंत्री ने कहा कि कोई जाति नहीं है, लेकिन जब वोट लेने का समय आता है तो वह कहते हैं कि वह ओबीसी हैं.
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