टोक्यो । बढ़ती आत्महत्याओं ( suicides,) को रोकने के लिए जापान ( Japan) ने पहली बार एकाकीपन के लिए एक मंत्री (minister) नियुक्त किया है। यहां बीते 11 वर्ष में पहली बार आत्महत्याओं की दर में वृद्धि हुई है। इसकी वजह कोरोना महामारी और इससे उपजे हालात को माना गया।
जापान टाइम्स के अनुसार, प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा ( Prime Minister Yoshihida Suga) ने 19 फरवरी को ही अपनी कैबिनेट में एकाकीपन मंत्री का पद बनाया था। अब तेत्सुशी साकामोटो (Tetsuki Sakamoto) को इसकी जिम्मेदारी दी है। खास बात कि साकामोटो के पास देश की गिरती जन्मदर और क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था के विकास की जिम्मेदारियां भी हैं।
पद ग्रहण के बाद पहली प्रेसवार्ता में उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने इसे राष्ट्रीय मामला मानते हुए यह जिम्मेदारी दी है। उनका लक्ष्य लोगों के आपसी संबंधों को प्रगाढ़ बनाने के लिए ऐसे आयोजनों को बढ़ावा देना होगा, जिनसे सामाजिक एकाकीपन दूर हो। जापान में 4.26 लाख लोग कोविड-19 की चपेट में आए थे और 7,577 की मौत हुई थी।
उल्लेखनीय है कि साल 2020 में जापान में आत्महत्याओं की दर बढ़ी क्योंकि महिलाओं की आत्महत्या में 15 प्रतिशत वृद्धि हुई। अकेले अक्तूबर में 70 प्रतिशत अधिक महिलाओं ने खुदकुशी की। साकामोटो ने इसे तत्काल ध्यान देने वाला विषय बताया। वे हालात का विश्लेषण कर समाधान की रणनीति पीएम को सौंपेंगे। विभिन्न विभागों व मंत्रालयों में समन्वय भी करवाएंगे। इससे पहले इंग्लैंड ने भी 2018 में ऐसे ही पद की रचना अपने मंत्रिमंडल में की थी। वह ऐसा करने वाला विश्व का पहला देश था। जापान एकाकीपन के साथ-साथ बच्चों को गरीबी के हालात से निकालने पर भी काम करेगा।
बतादें कि आत्मा हत्या का यहां मुख्य कारण जो सामने आया है, उसमें शहरों में एकांकी जीवन बिताना, नौकरियां खोना, महिलाओं पर घरों की अतिरिक्त जिम्मेदारी, काम का अधिक दबाव, कामकाजी जीवन में भी ऊब और हताशाका बढ़ना है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved