उज्जैन। पंचांग में भेद के चलते इस बार जन्माष्टमी का पर्व कल से दो दिन मनेगा। ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक कल 11 अगस्त को शैव मत मानने वाले अनुयायी तथा 12 अगस्त को वैष्णव पंथी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाएँगे। ज्योतिषाचार्य पं. अमर डब्बावाला ने बताया कि शास्त्र तथा पौराणिक मत के मुताबिक जन्माष्टमी के लिए अष्टमी तिथि ही सर्व मान्य मानी जाती है। परंतु नक्षत्रों के कारण मान्यताएँ भिन्न हो जाती है। मान्यता अनुसार शैव और वैष्णव पंथ के हिसाब से देखा जाए तो जहाँ-जहाँ 12 ज्योर्तिलिंग विद्यमान है। वहाँ 11 अगस्त को जन्माष्टमी पर्व मान्यता के अनुसार मनाया जाएगा। जबकि वैष्णव मत से अगले दिन 12 अगस्त को जन्माष्टमी मनेगी। कल रात द्वारकाधीश गोपाल मंदिर तथा सांदीपनि आश्रम में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनेगा, जबकि अगले दिन 12 अगस्त को अन्य कृष्ण मंदिरों में जन्माष्टमी मनाई जाएगी।
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