श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में बीजेपी नेताओं पर हमले का सिलसिला थम नहीं रहा है। रविवार को मध्य कश्मीर के बडगाम में हमले में गंभीर रूप से घायल हुए बीजेपी नेता की इलाज के दौरान मौत हो गई। रविवार सुबह आतंकियों ने सैर के लिए घर से निकले बडगाम बीजेपी ओबीसी मोर्चा के जिलाअध्यक्ष अब्दुल हामिद नजर पर हमला किया था। बीजेपी नेता पर हमले से बौखलाए घाटी में पार्टी कार्यकर्ताओं के इस्तीफे की बाढ़ सी आ गई।
पिछले 24 घंटे में 8 नए इस्तीफे हाईकमान को सौंपे गए जबकि पिछले एक महीने में बीजेपी के 17 कार्यकर्ता इस्तीफा दे चुके हैं। घाटी में पिछले महीने बीजेपी कार्यकर्ता वसीम बारी की उनके पिता और भाई के साथ उत्तर कश्मीर के बांदीपुरा में आतंकी हमले में हत्या कर दी गई थी। इस घटना ने जख्मों को हरा करने का काम किया। पूरे कश्मीर में तभी से दहशत और गुस्से का माहौल व्याप्त है। बीजेपी कार्यकर्ता प्रशासन ने कई बार सुरक्षा को लेकर मांग कर चुके हैं।
अब्दुल हामिद नजर कुछ महीने पहले ही बीजेपी में शामिल हुए थे। नजर को एक प्रवासी कैंप में रहने के लिए सुरक्षित ठिकाना उपलब्ध कराया था लेकिन सुरक्षा में खतरा होने के चलते वह अपने घर लौट गए थे। रविवार सुबह उन पर हमला हुआ।
जम्मू-कश्मीर में बीजेपी के उपाध्यक्ष और पूर्व विधायक सोफी यूसुफ ने कहा, ‘उनके शरीर में चार गोलियां दागी गई थीं जिससे उनका लीवर डैमेज हो गया। हम अपने बहादुर पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ खड़े हैं लेकिन जो दलबदल के लिए इस्तीफा दे रहे हैं वे मौकापरस्त और अविश्वसनीय हैं। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि करीब 400 पार्टी कार्यकर्ताओं को पिछले एक साल में सिक्योर्ड हॉस्टल, सरकारी ठिकाने और क्लस्टर सिक्योर्ड कैंप में शिफ्ट में किया गया था। एक दूसरे अधिकारी ने बताया कि बांदीपुरा में वसीम बारी की हत्या के बाद 25 कार्यकर्ताओं को सुरक्षा दी गई थी।
रविवार को इस्तीफा देने वाले एक बीजेपी कार्यकर्ता ने सोशल मीडिया पर लेटर पोस्ट कर कहा कि अब उनका बीजेपी से कोई लेना देना नहीं है और किसी को ठेस पहुंचाने पर माफी की मांग की। जम्मू-कश्मीर बीजेपी ने सेंट्रल लीडरशिप को पत्र लिखकर सभी जिलों में पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए सुरक्षित अपार्टमेंट की मांग की है।
हालांकि जब कुछ बीजेपी कार्यकर्ताओं को दक्षिण कश्मीर के काजीगुंड स्थित एक कैंप में शिफ्ट किया गया था तो प्रवासियों ने इसका विरोध किया था। प्रवासियों ने कहा था कि इससे उन पर हमले का खतरा है। इसके बाद बीजेपी नेताओं को दूसरी लोकेशन में भेजा गया था।
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