नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(PM Modi) मिशन न केवल घरों में नल का पानी कनेक्शन प्रदान करने का मिशन(Jal Jeevan Mission) है, बल्कि विकेंद्रीकरण का एक आंदोलन (Movement of decentralization)भी है, जो गांवों से संचालित और महिला केंद्रित है।
उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में इस मिशन के तहत पानी समिति के सदस्यों के साथ बातचीत करते हुए कहा कि भारत की आजादी से लेकर 2019 तक, हमारे देश में सिर्फ 3 करोड़ घरों तक ही नल से जल पहुंचता था। 2019 में जल जीवन मिशन शुरू होने के बाद से, 5 करोड़ घरों को पानी के कनेक्शन से जोड़ा गया है। आज देश के लगभग 80 जिलों के करीब सवा लाख गांवों के हर घर में नल से जल पहुंच रहा है। यानि पिछले 7 दशकों में जो काम हुआ था, आज के भारत ने सिर्फ 2 साल में उससे ज्यादा काम करके दिखाया है। वो दिन दूर नहीं जब देश की किसी भी बहन-बेटी को पानी लाने के लिए रोजाना दूर-दूर तक पैदल चलकर नहीं जाना होगा। वो अपने समय का सदुपयोग अपनी बेहतरी, अपनी पढ़ाई-लिखाई, या अपना रोजगार पर उसको शुरू करने में कर पाएंगी।
पीएम मोदी ने कहा कि हम सभी को पानी के संरक्षण का प्रयास करना चाहिए, ताकि हमें टैंकरों या ट्रेनों इत्यादि से पानी लाने की आवश्यकता न हो, जो कि अतीत में एक आम बात थी।
पीएम मोदी ने कहा, हम सभी को पानी के महत्व को समझने की जरूरत है और एक व्यक्ति जिसने जल संकट का सामना किया है, वह पानी को बेहतर तरीके से महत्व देता है। दुनिया भर में भूजल की स्थिति खतरनाक स्तर पर है, इसलिए सभी ग्राम पंचायतों को चाहिए कि जल संरक्षण के लिए प्रयास और घरों में उपयोग किए जाने वाले पानी का उपयोग भूमि की सिंचाई के लिए और सिंचाई में पानी के उपयोग को कम करने के लिए नई कृषि तकनीकों का उपयोग किया जाए।
गुजरात के अपने अनुभव का जिक्र करते हुए, जो एक बड़े जल संकट का सामना करता था, उन्होंने आगे कहा कि 2014 से, वह वहां प्राप्त अनुभवों का उपयोग करने की कोशिश कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि सरकार न केवल पीने के पानी के लिए बल्कि देश में सिंचाई व्यवस्था के लिए भी बेहतर प्रबंधन के प्रयास कर रही है। उन्होंने लोगों से पानी का संरक्षण करने की भी अपील की, जहां यह प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है।
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि जल शक्ति मंत्रालय गंगा नदी सहित महत्वपूर्ण नदियों के सफाई मिशन पर काम कर रहा है, जबकि अटल भूजल योजना के तहत जल संरक्षण प्रथाओं को अपनाकर जल स्तर उठाने का काम जारी रखा गया है।यह देखते हुए कि घर में नल के पानी के कनेक्शन ने ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को मुक्त कर दिया है, पीएम मोदी ने कहा कि ये महिलाएं और बेटियां जो पानी लाती थीं, उनके पास अब बेहतर तरीके से योगदान करने के लिए पर्याप्त समय होगा और लड़कियां अपनी शिक्षा जारी रख सकती हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार देश में विभिन्न बांधों के रखरखाव पर भी काम कर रही है और अब तक 200 से अधिक बांधों के रखरखाव का काम पूरा किया जा चुका है।
नई मध्याह्न् भोजन योजना पीएम पोषण योजना का जिक्र करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि 12 करोड़ से अधिक स्कूली छात्रों को पौष्टिक भोजन मिलेगा और केंद्र इस पर 54,000 करोड़ रुपये खर्च करेगा।
इन समितियों में महिलाओं की 50 प्रतिशत भागीदारी पर संतोष व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार ने 1.5 करोड़ से अधिक गांवों में पीएम आवास, उज्जवला योजना, ब्रॉडबैंड कनेक्शन जैसी कई योजनाएं शुरू की हैं, जिन्होंने ग्रामीण भारत में महिलाओं के जीवन को बेहतर बनाया है।
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