नई दिल्ली। विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने रविवार को एक ट्वीट में अर्जेंटीना के अपने समकक्ष सैंटियागो कैफिएरो का भारत के साथ ‘पारिवारिक संबंध’ साझा किया। अर्जेंटीना के विदेश मंत्री के दादा एंटोनियो कैफिएरो ने साल 1951 में भारत सरकार के साथ ‘गेहूं के लिए जूट’ (जूट फॉर व्हीट) समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।
जयशंकर ने ट्वीट में लिखा, ‘आज विदेश मंत्री सैंटियागो कैफिएरो ने भारत के साथ एक पारिवारिक संबंध साझा किया। उनके दादा ने 1951 में गेहूं के लिए जूट समझौते पर दस्तखत किए थे। हम चाहते हैं कि वह इस परंपरा को आगे बढ़ाएं।’ सैंटियागो रायसीना वार्ता में शामिल होने के लिए दिल्ली आए हुए हैं।
रायसीना वार्ता का आयोजन राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में 25 से 27 अप्रैल तक होना है। दोनों नेताओं ने आज दिल्ली में स्थित हैदराबाद हाउस में बैठक भी की थी। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच कृषि, फार्मास्यूटिकल्स, इलेक्ट्रॉनिक्स, ई-मोबिलिटी, रक्षा और परमाणु ऊर्जा जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर बातचीत हुई।
इस बैठक को लेकर जयशंकर ने एक ट्वीट में कहा कि सैंटियागो कैफिएरो की पहली भारत यात्रा के दौरान सकारात्मक और उत्पादक बैठक हुई। हमने अपने द्विपक्षीय कारोबार समेत विभिन्न अहम मुद्दों पर विचार-विमर्श किया। जयशंकर ने कहा कि हम जी20 और बहुपक्षीय मंचों पर भी नजदीकी से काम करेंगे।
स्लोवेनिया के विदेश मंत्री एन्स लोगर भारत पहुंचे
विदेश मंत्री एन्स लोगर भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात करेंगे और अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन रायसीना डायलॉग में भाग लेंगे।
नाइजीरिया के विदेश मंत्री से मिले डॉ. एस जयशंकर
विदेश मंत्री जयशंकर ने रविवार को अपने नाइजीरियाई समकक्ष जॉफरी ओन्येमा से भी मुलाकात की और कारोबार व निवेश पर चर्चा की। जयशंकर ने एक ट्वीट में कहा कि हमने स्वास्थ्य, इन्फ्रास्ट्रक्चर, शिक्षा, कृषि और क्षमता निर्माण क्षेत्रों में भागीदारी को बढ़ाने पर बातचीत की। दोनों ने इसे पर सहमति जताई।
25 को पीएम मोदी करेंगे रायसीना वार्ता का उद्घाटन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 अप्रैल को रायसीना वार्ता के सातवें संस्करण का उद्घाटन करेंगे। तीन दिन चलने वाले इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन हिस्सा लेंगी। भूराजनीति और भूआर्थिक चुनौतियों पर चर्चा के लिए 2016 में रायसीना वार्ता की शुरुआत हुई थी।
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