नई दिल्ली । संसद की विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय की स्थायी समिति की बैठक के दौरान जब कोरोना वैक्सीन की खरीद और कीमत में अंतर का मुद्दा उठा तो बीजेपी (BJP) सांसद भड़क गए और आपसी विचार विमर्श के लिए बैठक से कुछ देर के लिए बाहर गए। उनके वापस आने पर संसदीय समिति के अध्यक्ष जयराम रमेश (JaiRam Ramesh) ने आश्वासन दिया कि समिति के पहले से तय एजेंडे के तहत ही कार्यवाही होगी। समिति ने बाद में वैक्सीन के रिसर्च और डेवलपमेंट को लेकर विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी मंत्रालय के काम की प्रशंसा की।
सूत्रों का कहना है कि बैठक का एजेंडा (Agenda) था कोविड वैक्सीन (covid vaccine) का विकास और कोरोना वायरस (corona virus) और उसके वैरिएंट (Variant) की जेनेटिक सिक्वेंसिंग (genetic sequencing) । इसमें स्वास्थ्य विशेषज्ञों के विजय राघवन, वीके पॉल समेत अन्य अधिकारियों को बुलाया गया था।
विपक्ष के सांसदों ने इस दौरान वैक्सीनेशन (vaccination) का मुद्दा उठाया। उनका सवाल था कि वैक्सीन की खरीद, कीमत और वैक्सीनेशन में अंतर क्यों आया। बीजेपी सांसदों ने इसका तीखा विरोध किया। सत्तारूढ़ पार्टी के सांसदों कहना था कि यह विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय केवल शोध और विकास का काम करता है। वैक्सीन की खऱीद, कीमत या टीकाकरण उसके अंतर्गत नहीं आता। इसलिए ऐसे सवाल उठा कर राजनीति नहीं होनी चाहिए।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved