जयपुर। राजस्थान (Rajasthan) के जयपुर-अजमेर हाईवे (Jaipur-Ajmer Highway) पर एलपीजी टैंकर ब्लास्ट (LPG tanker blast) के बाद हुए भीषण अग्निकांड में कुल 14 लोगों की मौत हो गई है। वहीं, दो दर्जन से ज्यादा लोग घायल है। जिनका राजधानी जयपुर के एसएमएस अस्पताल (SMS Hospital) में इलाज चल रहा है। हादसा ऐसा था कि शव के जले हुए अवशेष को पोटली में ले जाना पड़ा था। शनिवार 21 दिसंबर को दो और लोगों पहचान हो गई है। लापता लोगों की सूची में शामिल रिटायर्ड आईएएस करणी सिंह राठौड़ (Retired IAS Karni Singh Rathore) की जयपुर अग्निकांड में मौत की पुष्टि शनिवार को हो गई। लावारिस लाशों की डीएनए रिपोर्ट के आधार पर आईएएस करणी सिंह के मौत की पुष्टि की गई है।
इस भीषण अग्निकांड के लापता हुए रिटायर्ड आईएएस करणी सिंह राठौड़ का पता लगाने के लिए उनकी बेटियों के डीएनए से मिलान के लिए सैंपल लिया गया था। इसके बाद आई डीएनए रिपोर्ट के आधार पर आईएएस करणी सिंह के मौत की पुष्टि हुई है। जानकारी के मुताबिक, करणी सिंह भांकरोटा कृषि फार्म से जयपुर लौट रहे थे। इस दौरान सुबह के समय करीब 6 बजे यह हादसा हुआ।
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को भांकरोटा कृषि फार्म से सुबह शहर लौटते वक्त अग्निकांड की चपेट में उनकी कार आ गई थी। उनके पैतृक गांव लूनासर- चूरू में सन्नाटा पसरा हुआ है। श्रीगंगानगर और अजमेर में प्रो पीपल कलेक्टर के तौर पर चर्चित रहे राठौड़ अजमेर डिस्कॉम के एमडी और जयपुर नगर परिषद के आयुक्त रहे है। सीएम भजनलाल शर्मा ने शनिवार को अधिकारियों संग बैठक कर हालात पर समीक्षा की है। जयपुर पुलिस कमिश्नर ने हादसे की गहराई से जांच के लिए SIT का गठन किया है। वहीं, सीएम भजनलाल शर्मा ने भी आज सड़क सुरक्षा, यातायात व्यवस्था एवं दुर्घटना नियंत्रण के लिए मुख्यमंत्री निवास पर अधिकारियों के साथ बैठक ली है।
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