इंदौर। इंदौर शहर ने आज सुबह से पहली बार देश के विभिन्न राज्यों से आए 108 स्वर्ण, रजत और काष्ठ रथों को एक साथ देखा। जैन समाज के देश के सबसे बड़े आयोजन अष्टाह्निका पर्व में आयोजन स्थल विजय नगर स्थित आईडीए के मैदान से एक साथ जब 108 रथ, दर्जनों झांकियां, दर्जनों बैंड और हजारों समाजजन निकले, तो हर कोई मंत्रमुग्ध हो गया। सिद्धचक्र महामंडल विधान के समापन पर सुबह आठ बजे से इस रथ यात्रा का आयोजन किया गया। इसमें दो स्वर्ण, 35 से ज्यादा रजत रथ शामिल हुए। इसमें कई रथ 150 साल पुराने हैं।
यात्रा की शुरुआत मुनि प्रमाणसागर के सान्निध्य में अन्य संतों और समाजजनों के साथ हुई। इसके लिए यहां मध्यप्रदेश सरकार से प्रहलाद सिंह पटेल, मंत्री तुलसीराम सिलावट, विधायक रमेश मेंदोला और अन्य जनप्रतिनिधि पहुंचे। विधान संयोजक धर्मेंद्र जैन और गिरीश जैन गिन्नी ने बताया कि यात्रा मुनि प्रमाणसागर के सान्निध्य में निकली। प्रमुख पात्र रथों पर सवार होकर श्रीजी के सारथी की भूमिका निभा रहे हैं। यात्रा विजय नगर, एलआईजी चौराहा, पाटनीपुरा चौराहा, भमोरी चौराहा, रसोमा चौराहे होते हुए पुन: कार्यक्रम लौटेगी। रथावर्तन महोत्सव समिति के संयोजक जैनेश झांझरी व पवन सिंघई ने बताया कि जैन समाजजन आधा दिन अपना व्यापार बंद रखकर इसमें शामिल होंगे। मुनि प्रमाणसागर महाराज ने बताया कि जैन धर्म में अष्टाह्निका महापर्व का विशेष महत्व है। इन दिनों स्वर्ग से देवता नंदीश्वर दीप में जाकर विविध वाद्ययंत्रों के साथ अविराम पूजन करते हैं।
अहिंसा के साथ धर्म का संदेश देती झांकियां शामिल
यात्रा में जो झांकियां शामिल की गई हैं, उनमें समाज ने एकता, धर्म और अहिंसा का संदेश दिया है। झांकियों में पर्यावरण बचाने का संदेश देने के साथ ही शाकाहार अपनाने और जीवदया दिखाने जैसे संदेश भी नजर आ रहे हैं। ये झांकियां भी शहर के विभिन्न जैन मंदिरों से तैयार कर लाई गई हैं। अलसुबह से ही समाज के बड़ों के साथ ही बच्चों में भी इस आयोजन को लेकर उत्साह नजर आ रहा है।
यात्रा मार्ग स्वागत मंचों और धर्म ध्वजा से पटा
्रइतने बड़े और ऐतिहासिक आयोजन के चलते पूरा यात्रा मार्ग समाज की धर्म ध्वजाओं और स्वागत मंचों से पटा है। पूरे मार्ग विजय नगर, एलआईजी चौराहा, पाटनीपुरा चौराहा, भमोरी चौराहा, रसोमा चौराहे पर हर बच्चे के हाथ में समाज की ध्वजा नजर आ रही है। स्वागत मंचों पर बड़े स्पीकर की व्यवस्था की गई है। 50 से 100 कदम दूरी पर एक स्वागत मंच लगाया गया है। मार्ग पर कई जगह रंगोली भी नजर आ रही है।
पुलिस व्यवस्था अलसुबह से
सुबह से निकली ये यात्रा दोपहर तक जारी रहेगी। सैकड़ों रथ, दर्जनों झाकियां, दर्जनों बैंड और हजारों समाजजनों के चलते ये यात्रा कई किलोमीटर लंबी होगी, जिसके चलते पुलिस व्यवस्था भी माकूल है। चंद दूरी पर पुलिस और यातायात के जवान व्यवस्थाओं में है। पूरे यात्रा मार्ग पर भारी वाहनों का प्रवेश आज दोपहर तक यातायात पुलिस ने बंद किया है, वहीं वैकल्पिक मार्ग लेने की अपील आमजन से की गई है।
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