नई दिल्ली । जेल में बंद एनसीपी नेता (Jailed NCP Leaders) नवाब मलिक और अनिल देशमुख (Nawab Malik and Anil Deshmukh) फ्लोर टेस्ट में शामिल होने के लिए (To Appear in the Floor Test) सुप्रीम कोर्ट पहुंचे हैं (Reach Supreme Court) । सुप्रीम कोर्ट से उन्होंने जेल से विधानसभा तक जाने की अनुमति मांगी है। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर सदन में बहुमत साबित करने के लिए कहा है, वहीं शिवसेना इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुँच गई है और शाम 5 बजे सुनवाई होगी।
इससे पहले नवाब मलिक और अनिल देशमुख ने राज्यसभा चुनाव के समय ऐसी ही अर्जी बॉम्बे है कोर्ट में लगाई थी लेकिन बॉम्बे हाई कोर्ट ने नवाब मलिक को मतदान की मंजूरी न देने वाले सत्र न्यायालय के फैसले को ही जारी रखा था। फिलहाल अब एक बार फिर इन दोनों ने मौके की नजाकत को देखते है सुप्रीम कोर्ट से इसकी मांग की है।
शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे बुधवार सुबह 4 विधायकों के साथ कामाख्या मंदिर पहुंचे और पूजा अर्चना की। बीजेपी नेता देवेन्द्र फडणवीस ने मंगलवार रात महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकत की और आग्रह किया था कि वह सरकार को जल्द फ्लोर टेस्ट के लिए आमंत्रित करें। फडणवीस ने कहा कि शिवसेना के 39 विधायक सरकार से बाहर और वो एनसीपी और कांग्रेस के साथ नहीं रहना चाहते।
मंगलवार की शाम महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कैबिनेट की बैठक बुलाई थी। इस दौरान महाराष्ट्र के गृहमंत्री दिलीप वालसे पाटिल ने कहा कि कैबिनेट बैठक के दौरान कोई राजनीतिक चर्चा नहीं हुई, बल्कि कुछ चीजें मंजूर हुई है। संजय राउत की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। उन्हें ईडी ने 1 जुलाई को पेश होने के लिए कहा है। संजय राउत ने ईडी से 7 जुलाई तक का समय मांगा था।
बीजेपी की ओर से दावा किया गया कि बागी विधायकों के जाने के बाद उद्धव सरकार ने जल्दबाजी में कई गवर्नमेंट आर्डर जारी किए हैं। राज्यपाल ने इसका संज्ञान लेते हुए उद्धव सरकार से रिपोर्ट मांगी है। उद्धव ठाकरे के बेटे और महाराष्ट्र सरकार के मंत्री आदित्य ठाकरे ने कहा है कि करीब 15-16 बागी विधायक हमारे संपर्क में है और वह मुंबई आकर हमारे साथ होंगे।
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