उज्जैन। जेल में हुए सायबर क्राईम तथा बंद आरोपी द्वारा पैसों का खेल कराए जाने के मामले में कार्रवाई पक्की है तथा दो जेलर सहित अन्य कर्मचारियों पर प्रकरण दर्ज किया जा सकता है और फिलहाल जाँच की जा रही है। इससे साबित होता है कि जेल के अंदर किस तरह का गौरखधंधा चल रहा था। जेल में रहकर उप जेल अधीक्षक के साथ मिलकर एक कैदी ने करोड़ों रुपए की ऑनलाइन ठगी की और यह मामला अब भोपाल पहुँच गया है। इस मामले की जांच जेल प्रशासन ने पाँच अधिकारियों को पहुँचा कर करवाई जिन्होंने अपनी रिपोर्ट कर दी है। इसमें उन्होंने जेल के अंदर लैपटॉप ले जाना और घंटों कैदी को लैपटॉप देना और उससे काम करवाना अपने आप में जेल अधिनियम का दुरुपयोग है। इस मामले में अब उप जेल अधीक्षक के निलंबन का प्रस्ताव जाँच के बाद तैयार होगा, वहीं पूर्व जेल अधीक्षक अलका सोनकर को शोकाज नोटिस दिया गया है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved