गुड़ स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी होता है क्योंकि इसमें बहुत सारे मिनरल्स पाए जाते हैं। जिनके बारे में आप अनजान होंगे। पुराने जमाने में चीनी के बजाय गुड़(Jaggery) की चाय बनती थी। क्योंकि इससे कोई नुक्सान नहीं होता था बल्कि सेहत के लिए लाभकारी होता था। लेकिन आज के दौर में लोग चीनी का ही इस्तेमाल ज्यादा होता है। डॉक्टर्स भी लोगों को चीनी से दूर रहने और गुड़ खाने की सलाह देते हैं। गुड़ में पानी (30-40%),सुक्रोज़ (40-60%), चीनी (15-25%),कैल्शियम (0.30%),आयरन (8.5-10mg) फॉस्फोरस (05-10mg), प्रोटीन (0.10-100mg) और विटामिन बी (04-100mg) के अलावा कार्बोहाइड्रेट(98%) होती है। प्रतिदिन हम खाने में ऐसी कई चीजों का इस्तेमाल करते हैं जो स्वस्थ्य के लिए हानिकारक होती हैं. चीनी इनमें से एक है.
आमतौर पर हमारे दैनिक जीवन में चाय से लेकर कॉफी तक सफेद चीनी का इस्तेमाल किया जाता है पर स्वास्थ्य के लिए ये हानिकारक साबित होता है। ऐसे में रिफाइंड चीनी (Sugar) की जगह गुड़ का इस्तेमाल सेहत के लिहाज से फायदेमंद होता है।
हमेशा से ही गुड़ और चीनी में गुड़ को फायदेमंद विकल्प माना गया है। गुड़ स्वास्थ्य के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। ये स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याओं से निजात दिलाने में मदद करता है।
हालांकि, गुड़ का इस्तेमाल भी सीमित तरीके से ही करना चाहिए। लेकिन जब बात सफेद चीनी की आती है तो गुड़ का चयन करना एक स्वस्थ विकल्प है, क्योंकि गुड़ खाने से शरीर को कई तरह के पोषक तत्व (Nutrients) मिलते हैं। आइए जानते हैं कि क्यों चीनी की जगह गुड़ का इस्तेमाल सेहत के लिहाज से फायदेमंद है।
चीनी बनाने की प्रक्रिया में मोलेसिस नाम के बाई प्रोडक्ट को हटा दिया जाता है। लेकिन गुड़ में मोलेसिस होने की वजह से ये और भी ज्यादा पोष्टिक बनता है।
रिफाइंड चीनी इम्यून सिस्टम (immune system) को कमजोर कर सकती है, जिससे बीमारी होने की संभावना अधिक होती है और शरीर की बीमारी को दूर करने की क्षमता भी कम हो जाती है। जहां तक गुड़ का सवाल है, ये एक बेहतरीन इम्युनिटी बूस्टर है। इसके सेवन से खांसी और सर्दी जैसी स्वास्थ्य संबंधी (health related) बीमारियों से बचाव होता है।
गुड़ के सेवन से पाचन स्वस्थ्य, एनीमिया की रोकथाम, लीवर डिटॉक्सिफिकेशन और बेहतर प्रतिरक्षा कार्य में सुधार होता है। जबकि चीनी से मोटापा, टाइप-2 डायबिटीज, हृदय रोग, डिप्रेशन, डिमेंशिया, लिवर रोग और कुछ प्रकार के कैंसर होने का खतरा भी हो सकता है।
हाई फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप या एचएफसीएस 55 एक प्रकार की रिफाइंड चीनी है, जिसमें 55% फ्रुक्टोज और 42% ग्लूकोज होता है। जबकि गुड़ में 70% से अधिक सुक्रोज, 10% से कम आइसोलेटेड ग्लूकोज और फ्रुक्टोज और 5% मिनरल होते हैं।
नोट– उपरोक्त दी गई जानकारी व सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं इन्हें किसी प्रोफेशनल डॉक्टर की सलाह के रूप में समझें। कोई भी बीमारी या परेंशानी हो तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें ।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved