भोपाल। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने कहा कि प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में आईवीएफ सेंटर्स के लिये विस्तृत कार्य-योजना तैयार की जा रही है। इससे आर्थिक रूप से कमजोर दंपतियों को लाभ मिलेगा। भोपाल सहित प्रदेश के छह मेडिकल कॉलेजों में आइवीएफ (इन विट्रो फर्टिलाइजेशन) सेंटर आगामी तीन माह में खोले जाने हैं। इसके लिये भोपाल, इंदौर सहित 6 मेडिकल कालेजों से प्रस्ताव माँगा गया है।
मेडिकल कॉलेजों में होगी हर तरह की स्पेशलाइज्ड सर्विस
चिकित्सा शिक्षा मंत्री सारंग ने सोमवार को जारी अपने बयान में कहा कि हम हर तरह की स्पेशलाइज्ड सर्विस को मेडिकल कॉलेजों में लेकर आ रहे हैं। आज आईवीएफ बहुत महत्वपूर्ण पहलू है। इसकी विस्तृत कार्य-योजना बनाकर जल्द से जल्द आईवीएफ यूनिट मेडिकल कॉलेजों में शुरू की जायेंगी।
उन्होंने कहा कि किडनी ट्रांसप्लांट सफलता पूर्वक किया है। आगे आने वाले समय में मेडिकल कॉलेज में कैथलेब भी स्थापित की जायेगी। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि टर्सरी केयर के लक्ष्य को साधते हुए मध्यप्रदेश के हर मेडिकल कॉलेज में सभी तरह की व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त करें।
इन कॉलेजों से माँगा गया प्रस्ताव
उन्होंने बताया कि ग्वालियर, भोपाल, इंदौर, जबलपुर, रीवा और सागर मेडिकल कॉलेजों में आइवीएफ सेंटर खोले जाने के लिये प्रस्ताव माँगे गये हैं। उल्लेखनीय है कि आर्थिक रूप से कमजोर नि:संतान दंपतियों की परेशानी को ध्यान रखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मेडिकल कॉलेजों में आइवीएफ सेंटर खोलने का निर्णय लिया था। (एजेंसी, हि.स.)
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved