वाराणसी: यूपी (UP) के जौनपुर (Jaunpur) के जलालपुर थाना इलाके के त्रिलोचन महादेव शिव मंदिर (Trilochan Mahadev Shiva Temple) परिसर में बीते शुक्रवार को बनारस (Banaras) जिले के युवक ने इटली (Italy) की रहने वाली एक युवती (Women) की मांग में सिंदूर भरकर बाबा भोलेनाथ का आशीर्वाद लिया.
पूरे परिवार की रजामंदी से हिन्दू-रीति रिवाज से विवाह की रस्मों को पुजारियों ने पूरे वैदिक मंत्रोच्चार के साथ संपन्न कराया. विदेशी दुल्हन को देखने के लिए यहां मंदिर परिसर में भारी संख्या में लोग जुट गये थे. वाराणसी जिले के फूलपुर के करखियांव गांव का रहने वाला युवक अखिलेश विश्वकर्मा होटल मैनेजमेंट का कोर्स करने के बाद 2016 से कतर एयरवेज में केब्रिन क्रू मेंबर की नौकरी कर रहा है.
जौनपुर और वाराणसी सीमा से सटे बनारस के करखियांव गांव निवासी अखिलेश विश्वकर्मा ने बताया कि 2022 में कतर में सूक वाकिफ़ के एक होटल में दोस्त की बर्थ डे पार्टी में गया था. वहां पर इटली की विदेशी युवती तानिया पबलिकों से परिचय हुआ जो बाद में मेरी नजदीकी मित्र बन गई. इसके बाद उन दोनों की कई मुलाकातें हुईं और दोस्ती परवान चढ़ी. फिर यह रिश्ता प्यार में बदल गया.
अखिलेश ने बताया कि इसके बाद हम दोनों ने एक तीसरे देश में जाकर शादी करने का निर्णय लिया. इसके बाद इसी साल 1 मार्च 2023 को हम दोनों ने अपने मित्रों की मौजूदगी में यूरोप जाकर जॉर्जिया देश की राजधानी त्बिलिसी में वहां के कानून के मुताबिक कोर्ट मैरिज कर ली.
अखिलेश ने बताया कि जब मेरी पहली मुलाकात तानिया पबलिको से हुई थी, तब वह कतर के एक स्कूल में इंग्लिश टीचर थी. आज भी वह वहीं पर नौकरी कर रही है. उसकी इच्छा मेरी जन्मस्थली काशी देखने की थी. फिर उसका एन्ट्री वीजा बनवाया गया और फिर हम लोग अपने देश और अपने गांव आ गए. गांव और यहां के लोगों का रहन-सहन इटली की तानिया को बहुत भा रहा है.
वहीं तानिया चाहती है कि उसे जल्द ही भारत की नागरिकता मिल जाए. इसके लिए करीब दो साल बाद तानिया का ओसीआई कार्ड बनेगा. वोट देने का अधिकार छोड़कर एक भारतीय होने का सारा अधिकार उसको मिल जायेगा.
अखिलेश ने कहा कि तानिया को यहां घूमने-फिरने के बाद हम दोनों को अपनी नौकरी पर एक हफ्ता बाद वापस कतर लौट जाना है. तानिया ने बताया कि उसका जन्म इटली में हुआ था और शिक्षा फिलीपींस में हुई है. उसका पूरा परिवार अमेरिका में रहता है. तानिया ने कहा कि उसे भारतीय भोजन अच्छा लग रहा है. विशेषकर पति अखिलेश विश्वकर्मा के हाथ की बनी कढ़ाई चिकन, राईस और पराठा खूब पसंद है.
अखिलेश का विदेशी महिला से शादी कर उसे यहां करखियांव गांव में घर पर लाने से पूरा परिवार खुश है. पिता सुभाष विश्वकर्मा, माता संगीता, भाई उमेश और प्रतीक सभी खुश हैं. इस खुशी में शनिवार को रिसेप्शन पार्टी का आयोजन किया गया, जिसमें रिश्तेदार, मित्र और गांव के लोगों ने शामिल होकर नव वर-वधु को आशीर्वाद भी दिया. बहु-भोज कार्यक्रम के बाद विदेशी दुल्हनिया की आसपास चर्चा रही.
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