इंदौर, कमलेश्वरसिंह सिसोदिया। मध्यप्रदेश सडक़ निगम (एमपीआरडीसी) प्रदेश में सडक़ों के रखरखाव के साथ नए मार्गों का निर्माण करता है। इंदौर की सांवेर तहसील में सांवेर-चंद्रावतीगंज के 34 किलोमीटर मार्ग को 7 मीटर चौड़ा कर दिया गया है। इस सरपट मार्ग के बन जाने से करीब चालीस से ज्यादा गांव उज्जैन-बडऩगर व धार रोड से सीधे तौर पर जुड़ गए हैं।
सांवेर से गौतमपुरा जाने के लिए पहले साढ़े 3 मीटर का सिंगल रोड था। 34 किलोमीटर के इस जर्जर रोड को अब दोगुनी चौड़ाई का 7 मीटर कर दिया गया है। इसके साथ में डामर के बजाय अब यह सीमेंट-कांक्रीट की मोटी लेयर से बनाया गया। यहां के ग्रामीण अकसर शिकायत करते थे कि हर बारिश में गड्ढे हो जाते हैं। कई बार जाम लग जाता था। साल में 6 महीने खराब रोड से गुजरना पड़ता था, लेकिन कांक्रीट रोड के साथ रोड की चौड़ाई दोगुनी होने से ग्रामीणों की राह आसान हो गई है। 34 किलोमीटर लंबे मार्ग की लागत करीब 115 करोड़ रुपए बताई जा रही है। इसे पार करने में अब 30 मिनट लगेंगे। इस मार्ग के बनने के बाद एक छोर सांवेर-उज्जैन हाईवे तो दूसरा गौतमपुरा-बेटमा और बडऩगर जाने वालों की राह आसान कर रहा है।
यह हैं मार्ग के प्रमुख गांव
यह मार्ग सांवेर से पनचोला, शिवपुरखेड़ा, बालरिया, चंद्रावतीगंज, हासाखेड़ी, धरमाट, बुड़ानिया पंथ से गौतमपुरा पहुंचेगा। इसके साथ इस मार्ग पर दर्जनों गांव जुड़ते हैं जो मार्ग की 3 से 5 किलोमीटर की परिधि में आते हैं।
गंभीर नदी का पुल मुश्किल टॉस्क
सडक़ बनाना मुश्किल नहीं होता। मार्ग के बीच में पुल-पुलिया और रहवासी क्षेत्र में आने वाली कठिनाइयां रहती हैं। सांवेर- गौतमपुरा मार्ग में गंभीर नदी पर बनाया गया पुल मुश्किल टॉस्क था। इस काम को ठेकेदार और विभागीय इंजीनियरों ने बखूबी निभाया।
-राकेश जैन, एमपीआरडीसी
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