- दक्षिण पश्चिम हवाओं का जोर बरकरार
- 20 जून तक पूरी तरह दस्तक देगा मानसून
इन्दौर।मालवा-निमाड़ (Malwa-Nimar) में मानसून (Monsoon) का बेसब्री से इंतजार हो रहा है। दक्षिण-पश्चिम (South-west) हवाएं भी अपने पूरे जोर के साथ मानसून को खींच रही हैं। आसमान में बादल भी भरपूर हैं, लेकिन लोग उमस से परेशान हैं। बीती रात तापमान में 1 डिग्री की बढ़ोतरी रही। आने वाले तीन – चार दिन इसी तरह गुजरने वाले हैं।
मध्यप्रदेश के होशंगाबाद, ग्वालियर, रीवा, दमोह में मानसून की हलचल हो चुकी है, लेकिन मालवा-निमाड़, इंदौर-उज्जैन संभाग में तीन से चार दिन का इंतजार झमाझम बारिश के लिए करना होगा। आसमान में बादल तो रोज हो रहे हैं, जिससे लोगों को उमसभरी गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। रविवार सुबह लोग पसीने में तरबतर रहे तो उमस के कारण बीती रात भी लोगों को परेशान करने वाली रही। तापमान की बात करें तो रात का तापमान 26 डिग्री को पार कर गया, वहीं दिन का तापमान भी 38 डिग्री करीब चल रहा है। मौसम वैज्ञानिकों ने दावा किया कि मालवा-निमाड़ में 17 जून से मानसून की झमाझम बारिश शुरू होगी यानी फिलहाल तीन-चार दिन उमसभरी गर्मी का सामना करना होगा।
मप्र में मानसून की दस्तक होने वाली है। 20 जून तक मानसून प्रदेश में पूरी तरह सक्रिय हो जाएगा। मौसम विभाग के अनुसार दक्षिण-पश्चिमी मानसून प्रदेश के बैतूल, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट और मंडला तक पहुंच गया है। मौसम वैज्ञानिक के अनुसार दोनों तरफ अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में बीते 10 दिन से मानसून के लगातार सक्रिय होने के कारण यह एक सप्ताह पहले आ गया है। इस बार मानसून पूरी तरह मेहरबान रहेगा। 13-14 जून तक मानसून के इंदौर-भोपाल पहुंचने की संभावना है।
प्री-मानसून में झमाझम बारिश प्री-मानसून में अब तक 10 दिन में ही दोगुना पानी गिर चुका है। मौसम विभाग के अनुसार अब तक प्रदेश में सामान्यत: 15.7 मिमी (करीब आधा इंच) बारिश होती है, जबकि 1 जून से 10 जून की सुबह तक यह 29.3 मिमी पानी गिर चुका है। मौसम विभाग के अनुसार इस बार जून लगभग इसी तरह चलेगा। हालांकि मौसम वैज्ञानिक वेदप्रकाश की मानें तो जुलाई-अगस्त में अच्छी बारिश होगी, लेकिन सितंबर में अपेक्षाकृत कम बारिश रहेगी। प्रदेश में इस बार सामान्य या इससे अधिक बारिश के आसार हैं। हालांकि प्री- मानसून के कारण इस बार मई-जून में भी किसी-किसी क्षेत्र में बारिश हुई थी।