इंदौर (Indore)। भाजपा राष्ट्रीय महासचिव एवं विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 1 से प्रत्याशी कैलाश विजयवर्गीय जिस वर्ग के बीच में जाते हैं, उसके जैसे ही हो जाते हैं। गुरुवार को नरसिंह वाटिका में नव मतदाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कैलाश विजयवर्गीय खुद युवा बन गए। उन्होंने युवाओं को ऐसी बातें बताई कि सभा में मौजूद हर युवा जोश से भर उठा। भारतीय जनता युवा मोर्चा द्वारा आयोजित नव मतदाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि हम इंदौर शहर को ऐसा एजुकेशन हब बनाएंगे कि अब तक एमई जैसे कोर्स करने के लिए देश के युवाओं को इंग्लैंड नहीं जाना होगा बल्कि इंग्लैंड का युवा मास्टर्स ऑफ इंजीनियरिंग (एमई) जैसी पढ़ाई करने इंदौर आएगा।
दुनिया का ऐसा कोई देश नहीं जहां इंदौर का युवा नहीं और वहां अच्छे पद पर इंदौर का युवा बैठा है। आने वाले समय में हम शहर को ऐसा बनाएंगे कि लोग गर्व करेंगे कि मैं इंदौरी हूं। देश और दुनिया बहुत संकट के दौर से गुजर रही है। लगभग सवा साल से एक युद्ध चल रहा है, दूसरा युद्ध भी शुरू हो गया है। युद्ध होते रहेंगे पर हम कहा खड़े है, यह महत्वपूर्ण है। देश के बाहर के दुश्मनों को संभालने के लिए हमारी सेना है, लेकिन देश के अंदर के दुश्मनों को कौन संभालेगा, यह जिम्मेदारी देश के युवा पर है। देश के अंदर देश विरोधी नारे लगाए जाते हैं और दूसरे राजनीतिक दल उनके समर्थन में खड़े हो जाते हैं।
युवा कार्यकर्ताओं को यह समझना होगा कि हम युवा मोर्चा की राजनीति भाजपा का पदाधिकारी बनने के लिए नहीं, बल्कि देश को मजबूत करने के लिए करते हैं और देश के भीतर छुपे हुए गद्दारों को बेनकाब करने के लिए करते है। इस वजह से हम सब कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों को मजबूत करें। 2014 से पहले जब भी कोई दूसरे देश का बड़ा नेता भारत आता और गांधीजी की समाधि राजघाट जाता तो वह जूते पहनकर ही गांधीजी को पुष्पांजलि अर्पित करते थे। लेकिन जी-20 में आए तमाम नेताओं ने मोदी को देखते हुए अपने जूते उतार कर राजघाट पर गांधीजी की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की।
प्रदेश के विकास के लिए कैलाश को बताया जरूरत
नव मतदाता सम्मेलन में शामिल होने इंदौर आए भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या बोले इंदौर को देशभर में पहचान दिलाने में सबसे अधिक योगदान कैलाश विजयवर्गीय का है। आपको कैलाश विजयवर्गीय जैसा एक जनप्रतिनिधि, जननायक मिला है, जिनके साथ बतौर युवा मोर्चा के कार्यकर्ता के रूप में पश्चिम बंगाल के सिलीगुड में ममता बनर्जी के खिलाफ प्रदर्शन करने के दौरान मुझे काम करने का मौका मिला था। कैलाश विजयवर्गीय उम्र में हम सब से बहुत बड़े हैं, लेकिन उन्होंने मैदान में उतरकर ममता बनर्जी की तानाशाही के खिलाफ प्रदर्शन किया, युद्ध लड़े उनको देख सभी युवाओं में जोश भर गया।
हमारे ऊपर देसी बम और टियर गैस ग्रेनेड फेंका जाता था। वह हमसे कुछ दूरी पर ही आकर फटता था। कई कार्यकर्ता घायल हो गए, महिला कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज हुआ, लेकिन कार्यकर्ताओं को मन में यह विश्वास था कि अपना नेता कैलाश विजयवर्गीय हमको आगे छोड़कर पीछे नहीं हटेंगे, आगे जाकर कैलाश जी सबसे पहले लाठी खाएंगे। इससे युवाओं को ऊर्जा मिलती थी। कैलाश जी की नेतृत्व क्षमता बेमिसाल है। ऐसा नेता इंदौर के भविष्य और मध्य प्रदेश के विकास के लिए बड़ी जरूरत है।
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