हिंदू धर्म में गरुण पुराण (Garun Purana) का विशेष महत्व है। गरुण पुराण में भगवान विष्णु (Lord vishnu) और गरुड़ के बीच संवाद का वर्णन है। गरुण पुराण की कई बातें आज भी प्रासंगिक हैं। जिन्हें अपनाकर लोग अपना जीवन आसान व सरल बना सकते हैं। गरुण पुराण में झूठ बोलने वाले को ईश्वर (God) की नजर में अपराधी बताया गया है। कहा जाता है कि झूठ बोलने वाले लोग दूसरों को भ्रमित करते हैं। जानिए गरुण पुराण के किन 7 लक्ष्णों से पता लगा सकते हैं कि व्यक्ति झूठ बोल रहा है।
गरुण पुराण के अनुसार, झूठ बोलने के लिए व्यक्ति को हमेशा सच को छिपाना पड़ता है। ऐसे में वो व्यक्ति कई तरह की कहानियां बनाता है।
कई महत्वपूर्ण विषयों पर बात करते हुए किसी महिला या पुरुष की शारीरिक बनावट (Body shape) देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि आखिर उसके दिमाग में क्या चल रहा है। अगर वो व्यक्ति उस मुद्दे को लेकर असहज या कंधे झुके हुए हैं तो समझ लीजिए कि वह व्यक्ति कुछ छिपा रहा है। अगर व्यक्ति आराम की मुद्रा में कोई जरूरी बात कर रहा है तो उसके झूठ बोलने का संकेत है।
झूठ बोलने वाले व्यक्ति की बॉडी लैंग्वेज बताती है कि वह बहुत जल्दबाजी में है। सवालों से बचने के तरीके खोजने से भी व्यक्ति के झूठ बोलने का संकेत मिलता है। ऐसा व्यक्ति हर काम जल्दबाजी में करना चाहता है।
गरुण पुराण कहता है कि अगर कोई व्यक्ति आपसे बात कर रहा है और वह बिना आंख हिलाए आपकी बात का हां में जवाब देता है। इसका मतलब है कि उसे आपकी बात कोई रुचि नहीं है। वह सिर्फ दिखावे के लिए आपसे बात कर रहा है।
अगर आप किसी व्यक्ति से बात कर रहे हैं और वह आपको थका हुआ लगे तो निश्चित तौर पर उसे आपकी बातों में कोई दिलचस्पी नहीं है। ऐसा व्यक्ति झूठ बोल रहा होता है कि वह आपकी बात को ध्यान से सुन रहा है।
अगर कोई व्यक्ति झूठ बोल रहा होता है तो वह आपत्ति जताने के रूप में प्रतिक्रिया देता है। जैसा कि लोग सामान्य स्थिति में नहीं करते हैं। ऐसा व्यक्ति झूठ बोलने का संकेत खुद देता है
नोट- उपरोक्त दी गई जानकारी व सूचना सामान्य उद्देश्य के लिए दी गई है। हम इसकी सत्यता की जांच का दावा नही करतें हैं यह जानकारी विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, धर्मग्रंथों, पंचाग आदि से ली गई है । इस उपयोग करने वाले की स्वयं की जिम्मेंदारी होगी ।
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