उज्जैन। 3 अक्टूबर से शुरू हो रहे नवरात्रि दुर्गा उत्सव को लेकर शहर में तैयारियाँ शुरू हो गई है। इस बार 300 से अधिक स्थानों पर पंडाल सजाकर मां दुर्गा की छोटी व बड़ी प्रतिमाएं बैठाई जाएगी। इसमें बड़े और गरबा पंडालों में सीसीटीवी कैमरे लगाना अनिवार्य होगा। साथ ही कैमरे लगाने को लेकर अनदेखी आयोजन समिति को भारी पड़ेगी।
उल्लेखनीय है कि शहर में माता दुर्गा की स्थापना हेतु नगर निगम, पुलिस थाना, विद्युत विभाग व यातायात पुलिस सहित अन्य सभी संबंधित कार्यालयों से अनुमति लेना अनिवार्य होता है, वहीं सुरक्षा की दृष्टि से इस बार कई सावधानियां पुलिस प्रशासन द्वारा बरती जाएगी। जहाँ गरबे और बड़ी मूर्तियां स्थापित होगी, वहाँ पर वालेंटियरों की संख्या ज्यादा रखी जाएगी। मामले में पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने सभी आयोजन समितियों से अपील करते हुए कहा कि अगर आयोजन समितियाँ शासन की गाइड लाइन का पालन करेंगे तो त्यौहार अच्छे से मना पाएँगे। किसी भी प्रकार की असामाजिक गतिविधि होती है तो पुलिस प्रशासन को तत्काल अवगत कराएं। हर पंडालों में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सीसीटीवी कैमरे लगाए। 24 घंटे 2 व्यक्ति पंडाल में सुरक्षा में तैनात रहे। साथ ही माता पंडाल में बजने वाले म्यूजिक में कोई भी आपत्तिजनक गाना नहीं बजाया जाएगा। रात्रि 10 बजे के बाद म्यूजिक बंद कर दिए जाएँगे। वहीं पंडालों में लगने वाली लाइटिंग आदि के लिए नियमानुसार बिजली विभाग से अस्थाई बिजली कनेक्शन लेना अनिवार्य होगा।
चोरी की बिजली से पंडाल नहीं हो पाएँगे रोशन
शहर में मां दुर्गा के लंबे-चौड़े पंडाल बनाने का काम शुरू हो गया हैं, इसी बीच बिजली कंपनी ने नवरात्रि उत्सव समितियों को चेताया है कि उत्सव के दौरान चोरी की बिजली से पंडालों को रोशन ना करें, अन्यथा कार्रवाई की जाएगी। साथ ही बिजली ट्रांसफार्मर और लाइन के नीचे पंडाल लगाने से बचे। इस संबंध में बिजली कंपनी के कार्यपालन यंत्री सतीश कुमरावत ने कहा कि शहरभर में माता के पांडालों में रोशनी के लिए अस्थायी बिजली कनेक्शन लेना जरूरी होगा। बिजली चोरी करने पर समितियों पर बिजली चोरी करने के तहत कार्रवाई की जाएगी।
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