नई दिल्ली (New Delhi)। चंद्रयान-3 की सफलता (Chandrayaan-3 success) के बाद इसरो (ISRO) का अगला बड़ा अभियान अंतरिक्ष में मानव मिशन भेजना (manned mission to space) है। इसकी तैयारियां लंबे समय से चल रही हैं और अब आखिरी पड़ाव पर हैं। कोशिश यह है कि इस साल के आखिर या अगले साल की पहली तिमाही में इस अभियान को अंजाम दिया जाए। गगनयान (Gaganyaan) के तहत कुल तीन उड़ानें होनी हैं जिसमें पहले दो में यात्री नहीं जाएंगे लेकिन तीसरी उड़ान में तीन अंतरिक्ष यात्रियों को तीन दिनों के लिए निचले अंतरिक्ष में भेजा जाएगा।
इसरो सूत्रों ने कहा कि गगनयान को अगले मार्च 2024 से पहले लांच करने का लक्ष्य रखा गया है। उससे पहले दो मानव रहित उड़ानें भी जाएंगी। यदि वह सफल रहती हैं तो फिर गगनयान तीन अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर जाएगा। तीन दिन तक यह धरती से चार सौ किमी ऊंचाई पर चक्कर लगाएगा और इसके बाद क्रू माड्यूल को उससे अलग कर धरती पर उतारा जाएगा।
सूत्रों के अनुसार चंद्रयान की सफलता के बाद इसरो इस अभियान में तेजी लाने के लिए प्रयास कर रहा है। मार्च तक गगनयान को लांच करने के लिए उससे पहले दो मानवरहित उड़ानें होनी है जिसमें से पहली इसी साल के आखिर तक की जा सकती है।
आपको बता दें कि इसरो द्वारा चयनित तीन अंतरिक्ष यात्रियों को पहले ही रूस में प्रशिक्षित किया जा चुका है। इसरो क्रू माड्यूल भी तैयार कर चुका है। यह प्रशेक्षण भी एलएमवी-3 के जरिये होना है जो भारत के पास पहले से ही उपलब्ध है। अंतरिक्ष में भी अभियान भेजने में अभी तीन देश सोवियत संघ, अमेरिका और चीन सफल हुए हैं। चंद्र अभियान की तरह भारत भी अंतरिक्ष में इंसान भेजने वाला चौथा देश बनेगा। वैसे, यदि अंतरिक्ष में जाने वाले यात्रियों की बात करें तो विभिन्न अभियानों में 44 देशों के यात्री अंतरिक्ष में जा चुके हैं।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved