नई दिल्ली: चंद्रयान-3 के सफल प्रक्षेपण के बाद इसरो (ISRO) ने भारत के पहले अंतरिक्ष मानव मिशन गगनयान-1 को लेकर भी तैयारी तेज कर दी है. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने गगनयान सर्विस मॉड्यूल प्रोपल्शन सिस्टम (SMPS) का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है. ये परीक्षण महेंद्रगिरि में इसरो प्रोपल्शन कॉम्प्लेक्स (IPRC में आयोजित किया गया था.
इसरो ने गुरुवार (20 जुलाई) को ट्वीट किया कि आईपीआरसी, महेंद्रगिरि में गगनयान सर्विस मॉड्यूल प्रोपल्शन सिस्टम (एसएमपीएस) का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया. जो ऑर्बिटल मॉड्यूल की आवश्यकताओं को पूरा करता है. अंतरिक्ष में देश का पहला मानव मिशन गगनयान इसी साल लॉन्च किया जा सकता है. जिसे लेकर हर स्तर पर परीक्षण किए जा रहे हैं.
इसरो का मिशन गगनयान
इसरो ने आगे बताया कि हॉट टेस्ट एसएमपीएस के अंतिम कॉन्फिगर्शेन में आयोजित किया गया था. परीक्षण के दौरान, इंजीनियरों ने 440 N के थ्रस्ट के साथ पांच लिक्विड अपोजी मोटर (LAM) इंजन और 100 N के थ्रस्ट के साथ सोलह रिएक्शन कंट्रोल सिस्टम (RCS) थ्रस्टर्स चलाए.
तीन सदस्य दल जाएगा अंतरिक्ष में
इसरो ने कहा कि हॉट परीक्षण 250 सेकंड तक चला और इसमें परीक्षण प्रोफाइल का पालन करते हुए आरसीएस थ्रस्टर्स के साथ-साथ एलएएम इंजनों को निरंतर मोड में फायर करना शामिल था. गगनयान सर्विस मॉड्यूल प्रोपल्शन सिस्टम को लिक्विड प्रोपल्शन सिस्टम सेंटर (LPSC) की ओर से डिजाइन और विकसित किया गया है. मिशन गगनयान में तीन सदस्यों के एक दल को अंतरिक्ष में भेजा जाएगा.
14 जुलाई को चंद्रयान-3 को किया था लॉन्च
इसरो ने बीती 14 जुलाई को मिशन चंद्रयान-3 को लॉन्च किया था. इसरो ने गुरुवार को बताया कि चंद्रयान-3 को चंद्रमा की कक्षा में ऊपर उठाने की चौथी कवायद सफलतापूर्वक पूरी की. इसने कहा कि भारत ने अंतरराष्ट्रीय चंद्रमा दिवस के अवसर पर चंद्रयान-3 को चंद्रमा के और करीब पहुंचा दिया है. चंद्रयान-3 की चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग अगस्त के आखिरी हफ्ते के लिए निर्धारित है.
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