नई दिल्ली । राजधानी (Capital)दिल्ली में इजराइल दूतावास (Embassy)के पास हुए धमाके (bang)की जांच में जुटी दिल्ली पुलिस (Delhi Police)ने अब तक छह संदिग्धों और 14 ऑटो चालकों से पूछताछ (inquiry)की है। पुलिस ने जामिया से लेकर इजरायली दूतावास तक पहुंचने वाले रूटमैप को भी तैयार किया है। इसमें एक रूट नहीं, बल्कि अन्य रूट भी तैयार किए गए हैं। इन रूट के करीब 150 सीसीटीवी फुटेज की जांच भी की जा रही है। पुलिस को शक है कि वारदात में लंबे कद का कोई व्यक्ति शामिल हो सकता है।
दरअसल, आसपास लगे सीसीटीवी के आधार पर पुलिस ने जिन संदिग्धों की पहचान की है, उनमें एक लंबे कद के आदमी की गतिविधि ज्यादा संदिग्ध लग रही है। धमाके की जांच में दिल्ली पुलिस के अलावा कई केंद्रीय जांच एजेंसियां भी शामिल हैं। एनएसजी बम स्क्वॉड टीम एक सीलबंद रिपोर्ट दिल्ली पुलिस को जल्द ही सौंप सकती है।
ऑटो से उतरने वालों की जांच
पुलिस के मुताबिक, कई सीसीटीवी को स्कैन किया है, जिसमें कुछ संदिग्ध ऑटो से उतरते दिखाई दे रहे हैं। पुलिस घटना के वक्त के पहले और बाद के करीब दो से तीन घंटे की फुटेज को खंगाल रही है।
सौ से ज्यादा मोबाइल नंबरों की डिटेल मांगी
पुलिस की तकनीकी टीम ने डंप डेटा का विश्लेषण कर करीब सौ से ज्यादा संदिग्ध नंबरों की डिटेल सर्विस प्रोवाइडर से मांगी है। इसमें भी कुछ नंबर तो बंद हैं, लेकिन कई नंबर कुछ दिन पहले ही बंद हुए, लिहाजा वे जांच के दायरे में हैं। वहीं, पुलिस को एनएसजी की फोरेंसिक रिपोर्ट का भी इंतजार है, ताकि धमाके में इस्तेमाल घटक और रसायनों का पता लग सके।
इजराइली दूतावास के पास विस्फोट के बाद मिला था अभद्र भाषा में लिखा पत्र
गौरतलब है कि दिल्ली के चाणक्यपुरी स्थित इजराइल के दूतावास के पास 26 दिसंबर की शाम को एक विस्फोट हुआ और घटनास्थल से इजराइली राजदूत को अभद्र भाषा में संबोधित एक पत्र बरामद किया गया था। अधिकारियों ने बताया कि इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ है। उन्होंने बताया कि पुलिस नियंत्रण कक्ष को शाम पांच बजकर 53 मिनट पर दूतावास के पीछे जिंदल हाउस की ओर एक ‘तेज आवाज’ सुने जाने के बारे में सूचना देने वाली कॉल आई थी जिसके बाद अपराध शाखा, बम निरोधक दस्ते, श्वान दल और फॉरेंसिक विभाग के दलों को घटनास्थल पर भेजा गया। उन्होंने बताया कि करीब तीन घंटे तक इलाके में तलाश अभियान चलाया गया। एनआईए की एक टीम ने भी घटनास्थल का मुआयना किया। विस्फोट और पत्र बरामद होना दूतावास के समीप 2021 में हुए विस्फोट की याद दिलाता है, जिसमें कुछ कारें क्षतिग्रस्त हुई थीं। एनआईए ने उस मामले की जांच की थी। सुरक्षा अधिकारियों ने कहा कि इजराइल और हमास के बीच युद्ध शुरू होने के बाद से इजराइली दूतावास के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
इससे पहले, फरवरी 2012 में यहां इजराइली दूतावास की एक कार के नीचे बम लगाया गया था, जिसमें एक राजनयिक की पत्नी घायल हो गई थीं।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved