तेहरान. इजरायल (Israeli) ने शुक्रवार को ईरान (Iran) के कई शहरों पर मिसाइलों (missile) से हमला किया है. कहा जा रहा है कि ईरान के परमाणु प्लांट (nuclear plant) पर भी मिसाइल गिरी है।
इजरायल और ईरान के बीच संघर्ष चल रहा है। रविवार के शुरुआती घंटों में इजरायल पर ईरान ने मिसाइल और ड्रोन से हमला किया। इसके बाद से माना जा रहा है कि ईरान पर इजरायल सीधा हमला कर सकता है। इस बीच ईरान, सीरिया और इराक में धमाकों की आवाज सुनी गई है। यरूशलम पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक शुक्रवार की सुबह मध्य ईरान के इस्फहान, दक्षिणी सीरिया के अस-सुवेदा गवर्नरेट और इराक के बगदाद क्षेत्र और बाबिल गवर्नरेट में विस्फोटों की आवाज सुनी गई है। तीनों देशों हुए धमाकों से इस बात की अटकलें लगाई जा रही हैं कि यह हमला इजरायल ने किया है।
शुक्रवार की सुबह तक इराक और ईरान में विस्फोटों या उसके कारण हुए किसी नुकसान की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई थी। सीरियाई रिपोट्र्स के मुताबिक हवाई हमलों ने दक्षिणी सीरिया के अस-सुवेदा और दारा प्रांतों में सीरिया सेना से संबंधित स्थलों को निशाना बनाया। इराक के एरबिल और मोसुल के निवासियों के मुताबिक उन्होंने लड़ाकू विमानों की आवाज सुनी है। यह धमाके ऐसे समय पर सुने गए हैं, जब इजरायल ने ईरान के हमले का जवाब देने का वादा किया था।
ईरानी विदेश मंत्री ने दी धमकी
इससे पहले ईरान के विदेश मंत्री ने इजरायल को धमकी दी थी। ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन ने गुरुवार को इजरायल को किसी भी सैन्य कार्रवाई को लेकर चेतावनी दी। सीएनएन के साथ बातचीत में उन्होंने कहा, ‘अगर इजरायली शासन फिर से दुस्साहस करते हुए ईरानी हितों के खिलाफ कार्रवाई करता है, तो हमारी ओर से अगली प्रतिक्रिया तत्काल और बड़े स्तर पर होगी।Ó एक अप्रैल को सीरिया में ईरान के वाणिज्य दूतावास पर कथित तौर पर इजरायल ने हमला किया था। इसका संदर्भ देते हुए ईरानी विदेश मंत्री ने का कि उन्हें उम्मीद है कि इजरायल अपनी पिछली गंभीर गलती नहीं दोहराएगा।
ईरान पर लगे प्रतिबंध
ईरान के हमले के बाद अमेरिका और ब्रिटेन ने बृहस्पतिवार को ईरान पर कुछ प्रतिबंध लगाए हैं। अमेरिका में वित्त मंत्रालय के विदेशी संपत्ति नियंत्रण कायाज़्लय ने इस कारज़्वाई में ईरान में 16 लोगों और दो संस्थानों को लक्षित किया है, जो 13 अप्रैल को इजराइल पर हुए हमले में इस्तेमाल किए गए ड्रोन को चलाने वाले इंजन के उत्पादन से जुड़े हैं। वहीं, ब्रिटेन ईरान के ड्रोन और बैलिस्टिक मिसाइल उद्योगों से जुड़े कई ईरानी सैन्य संस्थानों, व्यक्तियों और निकायों को निशाना बना रहा है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved