यरूशलम. प्रधानमंत्री (PM) बेंजामिन नेतन्याहू (benjamin netanyahu) ने शुक्रवार को कहा कि इस्राइल (Israel) हिजबुल्ला (Hezbollah) के साथ हुए युद्ध विराम (ceasefire) की निर्धारित समय सीमा तक लेबनान (Lebanon) से अपनी सभी सेनाओं को वापस नहीं बुलाएगा। नवंबर में हुए समझौते के अनुसार इस्राइल को रविवार तक लेबनान से अपनी सेना वापस बुला लेनी चाहिए थी। हिजबुल्ला के आतंकवादियों को लिटानी नदी के उत्तर में वापस जाना होगा, और लेबनानी सशस्त्र बल संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिकों के साथ दक्षिणी लेबनान में बफर ज़ोन में गश्त करेंगे।
इस्राइल का दावा- लेबनान की सरकार ने भी अभी तक नहीं हटाएं हैं सैनिक
नेतन्याहू ने कहा कि युद्धविराम समझौते के अनुसार सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया 60 दिनों के बाद भी जारी रह सकती है। उन्होंने कहा कि लेबनान की सरकार ने भी अभी तक पूरी तरह से सैनिकों को वापस नहीं बुलाया है। इस मुद्दे पर इस्राइली अधिकारी, अमेरिकी अधिकारियों के साथ बातचीत कर रहे हैं। इस्राइल और लेबनान के बीच हुए युद्धविराम समझौते की मध्यस्थता अमेरिका ने ही की थी। अब अमेरिका युद्धविराम समझौते में विस्तार की वकालत कर रहा है। वहीं लेबनान सरकार का कहना है कि जब तक इस्राइली सैनिक पीछे नहीं हटते हैं, तब तक वे अपने सैनिकों को नहीं भेज सकते। वहीं हिजबुल्ला ने भी कहा है कि अगर इस्राइल ने समझौते के तहत लेबनान से अपने सैनिकों को वापस नहीं बुलाया तो वे भी इस्राइल के खिलाफ लड़ाई फिर शुरू कर सकते हैं।
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