वाशिंगटन (Washington)। एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी ने कहा है कि इजरायल (Israel) ने शुक्रवार सुबह अपने हमलों में ईरान के परमाणु रिएक्टरों (Iran’s nuclear reactors) को नहीं, बल्कि उसके एयर डिफेंस सिस्टम (Air Defense System) को निशाना बनाया था। अधिकारी ने कहा कि इजरायल के निशाने पर नटान्ज न्यूक्लियर फैसिलिटी का एयर डिफेंस सिस्टम था। रिपोर्ट में अधिकारी के हवाले से कहा गया है कि इजरायली ड्रोन (Israeli drone) इस्फहान के पास एक एयर डिफेंस रडार साइट को निशाना बना रहे थे, जो नटान्ज न्यूक्लियर फैसिलिटी की सुरक्षा का हिस्सा है। अधिकारी ने कहा, “पहला आकलन यह है कि हमले ने रडार साइट को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया, लेकिन आकलन पूरा नहीं हुआ है।”अधिकारी ने कहा कि हमले का उद्देश्य ईरान को इजरायली क्षमताओं के बारे में संकेत भेजना था, लेकिन स्थिति को बढ़ाना नहीं था।
ईरान ने कमतर आंका इजरायली हमला
शुक्रवार सुबह ईरान में हमलों के बाद से, ईरान ने उनके प्रभाव और महत्व को कम कर दिया है। ईरान ने सीधे तौर पर इजरायल पर उंगली उठाने से इनकार कर दिया है और घोषणा की है कि किसी भी परमाणु स्थल को कोई नुकसान नहीं हुआ है। अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा संघ (आईएईए) ने भी बताया कि परमाणु स्थलों को कोई नुकसान नहीं हुआ, और किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
इजरायल ने हमले का नहीं किया दावा
इजरायल ने भी ईरानी परमाणु ठिकानों पर हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। इसके बावजूद माना जा रहा है कि पिछले शनिवार को ईरानी बैलिस्टिक मिसाइलों और ड्रोन हमलों के जवाब में इजरायल ने यह हमला किया है। ईरान ने यह हमला दमिश्क में अपने वाणिज्य दूतावास पर हुए इजरायली हवाई हमले के जवाब में किया था। इस हमले में ईरान रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स (आईआरजीसी) के एक वरिष्ठ कमांडर सहित कई राजनयिक और सैनिक मारे गए थे। मारा गया ईरानी कमांडर हिजबुल्लाह से जुड़ा था, जो 7 अक्टूबर को हमास के हमले के बाद से लगभग हर दिन इजरायल पर हमला कर रहा है।
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