तेल अवीव। इस्राइल (Israel) के कब्जे वाले गोलन हाइट्स (Golan Heights) के इलाके में रॉकेट हमले में 11 युवाओं की मौत से इस्राइल बौखला गया है। आरोप है कि यह हमला हिजबुल्ला (Hezbollah) द्वारा किया गया। इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Prime Minister Benjamin Netanyahu) ने हिजबुल्ला को चेतावनी दी है कि उन्हें इस हमले की बड़ी कीमत चुकानी होगी। हालांकि हिजबुल्ला ने हमले के पीछे खुद का हाथ होने से इनकार किया है।
इस्राइल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने हिजबुल्ला को दी चेतावनी
इस्राइली प्रधानमंत्री के कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि ‘इस्राइल इस दर्दनाक हमले पर चुप नहीं बैठेगा और हिजबुल्ला को इसकी बड़ी कीमत चुकानी होगी और वह कीमत ऐसी होगी, जो हिजबुल्ला ने कभी नहीं चुकाई होगी।’ बेंजामिन नेतन्याहू अमेरिका दौरे पर हैं, लेकिन गोलन हाइट्स पर हुए हमले के बाद वह अपना दौरा बीच में छोड़कर इस्राइल वापस लौट रहे हैं।
इस्राइली सेना ने भी हिजबुल्ला पर लगाए आरोप
इस्राइल की सेना के प्रवक्ता रियर एडमिरल डेनियल हगारी ने सोशल मीडिया पर जारी एक बयान में कहा कि ‘यह हमला हिजबुल्ला का असली चेहरा दिखाता है, जो कि एक आतंकी संगठन है और उसने शनिवार शाम को फुटबॉल खेल रहे बच्चों को निशाना बनाया और उनकी हत्या की।’ हगारी ने 7 अक्तूबर के बाद गोलन हाइट्स में हुए हमले को सबसे निर्मम करार दिया। इस्राइली डिफेंस फोर्स ने कहा कि ‘जब दुनिया भर के एथलीट ओलंपिक 2024 में प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं, तब हिजबुल्ला इस्राइल के अगली पीढ़ी के खिलाड़ियों की हत्या कर रहा है। बच्चों का एक समूह सिर्फ अपने जीवन के सामान्य सी खुशी का आनंद ले रहे थे, लेकिन हिजबुल्ला के रॉकेट हमले में खेल के मैदान में उनकी मौत हो गई।’
गोलन हाइट्स को लेकर है विवाद
गोलन हाइट्स सीरिया की सीमा पर मौजूद एक पहाड़ी इलाका है। साल 1967 में हुए युद्ध में इस्राइल ने गोलन हाइट्स के अधिकतर हिस्से पर कब्जा कर लिया था और साल 1981 में गोलन हाइट्स को अपनी सीमारेखा में मिलाने का एलान कर दिया। हालांकि इस्राइल के कब्जे को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता नहीं मिली है और सीरिया गोलन हाइट्स पर अपना दावा करता आ रहा है। हालांकि लंबे समय से गोलन हाइट्स का इलाका शांत है। गोलन हाइट्स का इलाका जल संसाधनों और प्राकृतिक रूप से उपजाऊ मिट्टी का इलाका है। ये भी वजह है कि सीरिया और इस्राइल दोनों ही इस इलाके पर अपना दावा करते हैं। गोलन में सीरिया और इस्राइल के नागरिक अपने-अपने कब्जे वाले इलाके में रहते हैं। शनिवार शाम को इस्राइल के कब्जे वाले इलाके पर एक फुटबॉल के मैदान पर रॉकेट हमला हुआ, जिसमें मैदान पर खेल रहे 11 इस्राइली युवा और बच्चों की मौत हो गई।
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