खरगोन (Khargon)। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव (Assembly elections in Madhya Pradesh) की सरगर्मी तेज होने के साथ नए-नए मुद्दे और विवाद सामने आ रहे हैं। प्रदेश की जनता के मुद्दों की बजाय इजरायल-फिलिस्तीन तक पर चर्चा हो रही है। खरगोन में एक तरफ पिछले साल हुए सांप्रदायिक दंगे की बात हो रही है तो फिलिस्तीन को लेकर भी भाजपा-कांग्रेस में वार-पलटवार हो रहा है। कांग्रेस प्रत्याशी और विधायक रवि जोशी ने सरकार बनने पर दंगों की दोबारा जांच करवाने की बात कही है। वहीं, एक वायरल वीडियो में फिलिस्तीन के शहीदों के लिए मौन रखने की बात कही जा रही है। भाजपा का आरोप है कि यह बयान रवि जोशी की बेटी का है। वीडियो को लेकर भाजपा आक्रामक है तो कांग्रेस रवि जोशी और उनकी बेटी का बचाव कर रही है।
रामनवमी पर पिछले साल हुए दंगों का जिन्न एक बार फिर बाहर निकल आया है। इस बार विधानसभा चुनाव में दंगों का जिक्र होने से राजनीति एक बार फिर गर्म हो गई है। बता दें कि एक चुनावी सभा में खरगोन से विधायक और कांग्रेस प्रत्याशी रवि जोशी ने कहा कि 3 दिसंबर को मतगणना के बाद कांग्रेस की सरकार बनते ही वह खरगोन दंगों की जांच कराएंगे, और जो दोषी बाहर घूम रहे हैं उन पर कार्रवाई करेंगे। उन्होंने अपने बयान में पुलिस पर भी आरोप लगाया कि पुलिस ने भी दोषियों का साथ दिया है।
भाजपा प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कहा कि खरगोन के कांग्रेस प्रत्याशी एक वर्ग विशेष की बैठक में जाते हैं और वहां खुलेआम कहते हैं कि हमारी सरकार बनी तो हम खरगोन दंगों की जांच कराएंगे। सलूजा ने कहा कि उनकी बेटी का भी एक वीडियो सामने आ रहा है जो फिलिस्तीन के समर्थन में 2 मिनट का मौन रखवा रही हैं। उन्होंने कहा, ‘खरगोन में फिलीस्तीन कहां से आ गया? अगर रखना ही था तो मणिपुर से लेकर तमाम घटनाओं पर मौन रखवाते। लेकिन कांग्रेस तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है। हम इन वीडियो की चुनाव आयोग से शिकायत कर रहे हैं।’
इधर भाजपा के हमले के बाद कांग्रेस भी बचाव में उतर आई है। खरगोन विधायक रवि जोशी की बेटी के वायरल वीडियो मामले में कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी के लोग गोडसे को मानते हैं। उनकी गांधी के सीने पर गोली मारने वाली सोच है। आज अगर मासूम बच्चों के शोक के लिए कोई 2 मिनट का मौन रखता है तो इसे गलत कहते हैं। यह बताएं मरते हुए हजारों बच्चे किसी भी देश के हो, उनके लिए कोई दो मिनट का मौन रखता है तो यह कोई अन्याय है? कोई गलत चीज है? प्रदीप ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को इसका जवाब देना चाहिए। मासूम बच्चे मर रहे हैं, निहत्थे लोग मर रहे हैं, और उसके लिए मौन रखना कोई पाप नहीं है। यह इनका प्रोपेगेंडा है। पूरी दुनिया के अंदर लोग अमन, चैन, शांति चाहते हैं। निहत्थे लोग, मासूम लोग जो मर रहे हैं उनके लिए सारे लोग मौन रहकर श्रद्धांजलि देते हैं।
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