तेल अवीव (tel aviv) । युद्ध (war) समाप्त होने के बाद गाजा (Gaza) का क्या होगा? पत्रकारों ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Israeli Prime Minister Benjamin Netanyahu) से सवाल पूछा, जिसके जवाब में उन्होंने भविष्य की योजना बताई है. उन्होंने कहा कि गाजा ‘डिमिलिटराइजेशन’ करना इजरायल का पहला लक्ष्य है. उन्होंने कहा कि हम फिलिस्तीनी अथॉरिटी (palestinian authority) को गाजा पट्टी पर लौटने की अनुमति कभी नहीं देंगे. नेतन्याहू ने कहा कि एक गाजा में ‘सिविल गवर्नमेंट’ होगी जो बच्चों को ‘इजरायल को नष्ट करने’ के बारे में शिक्षित नहीं करेगी.
बेंजामिन नेतन्याहू ने नाम लिए बिना अमेरिका की ओर इशारा करते हुए कहा कि इजरायल ‘हमास्तान’ को ‘फतहस्तान’ में बदलने की इजाजत नहीं देगा. भले ही इजराइल के ‘सबसे कट्टर सहयोगी’ की यही इच्छा हो. नेतन्याहू ने एक सर्वेक्षण का भी हवाला दिया जिसमें पाया गया कि वेस्ट बैंक में 82 प्रतिशत फिलिस्तीनियों ने इजरायल पर हमास के 7 अक्टूबर के हमलों को उचित ठहराया है. उन्होंने कहा कि फिलिस्तीनी अथॉरिटी ने अभी तक हमले की निंदा नहीं की है.
गाजा पट्टी में सुरक्षा की जिम्मेदारी आईडीएफ संभालेगा
उन्होंने फिलिस्तीनी प्राधिकरण का जिक्र करते हुए पूछा, ‘उन्हें गाजा पर नियंत्रण करना चाहिए’? और जोर देकर कहा कि वह ऐसा कभी नहीं होने देंगे. युद्ध के बाद गाजा के लिए उनके दृष्टिकोण के बारे में पूछे जाने पर, नेतन्याहू ने कहा, ‘मैंने कहा है कि विसैन्यीकरण होगा. मैंने कहा है कि गाजा पट्टी में सुरक्षा की जिम्मेदारी आईडीएफ संभालेगा. क्योंकि कोई दूसरा नहीं है जो आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई सुनिश्चित करेगा. और मैं आपको बता सकता हूं कि गाजा में ऐसी नागरिक सरकार होगी जो अपने बच्चों को इजरायल को नष्ट करने के लिए शिक्षित नहीं करेगी. मैं इस पर बहुत स्पष्ट हूं.’
उन्होंने आगे कहा कि यह ‘केवल सैन्य दबाव’ था जिसने पिछले महीने के संघर्ष विराम में बंधकों की रिहाई सुनिश्चित की और केवल सैन्य दबाव ही बाकी बंधकों की भी रिहाई सुनिश्चित करेगा. इसके बिना, हमारे पास कुछ भी नहीं है. इजरायली पीएम ने हमास पर आईडीएफ की जीत के बाद इजरायल की उत्तरी सीमा पर राजनयिक स्थिति पर ध्यान देने की बात कही. बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, ‘सबसे पहले, उत्तर में हिजबुल्लाह को रोकते हुए हमास पर शानदार जीत की जरूरत है. एक बार जब हमास नष्ट हो जाएगा, तो इजरायल उत्तर पर ध्यान केंद्रित करेगा, जहां लगभग 100,000 इजरायली वर्तमान में अपने घरों से विस्थापित हैं’.
मैंने फिलिस्तीनी राज्य की स्थापना को रोका, इस पर गर्व है
उन्होंने कहा, ‘या तो उत्तरी सीमा पर कूटनीतिक स्थिति होगी, या स्थिति को हल करने का कोई अलग तरीका होगा’. एक अन्य बड़े बयान में, नेतन्याहू ने कहा कि उन्हें ओस्लो समझौते पर ‘ब्रेक’ लगाने के लिए दोषी ठहराया जा रहा है, लेकिन मुझे फिलिस्तीनी स्टेट को रोकने पर गर्व है. उन्होंने कहा, ‘मुझे ओस्लो समझौता विरासत में मिला. ट्यूनिस से पीएलओ (Palestine Liberation Organization) को लाने और इसे यहूदिया और सामरिया [वेस्ट बैंक] के केंद्र में और गाजा में स्थापित करने का निर्णय, मेरे प्रधानमंत्री बनने से पहले लिया और लागू किया गया था. मैंने सोचा कि यह एक भयानक गलती थी और मैं अब भी यही मानता हूं’.
नेतन्याहू ने कहा, ‘आप और आपके पत्रकार मित्र ओस्लो समझौते पर ब्रेक लगाने और फिलिस्तीनी स्टेट को रोकने के लिए लगभग 30 वर्षों से मुझ पर आरोप लगा रहे हैं. यह सच है’. उन्होंने कहा, ‘मुझे गर्व है कि मैंने फिलिस्तीनी राज्य की स्थापना को रोका क्योंकि आज हर कोई समझता है कि वह फिलिस्तीन राज्य क्या हो सकता था, अब जब हमने गाजा में छोटा फिलिस्तीनी राज्य देखा है. हर कोई समझता है कि अगर अंतरराष्ट्रीय दबावों के आगे हमने घुटने टेक दिए होते और यहूदिया, सामरिया, यरूशलेम के आसपास और तेल अवीव के बाहरी इलाके में ऐसा राज्य स्थापित करने की सहमति दे देते तो क्या होता’.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved