नई दिल्ली. इजरायल (Israel) की राजधानी तेल अवीव (Tel Aviv) पर यमन के हूती (Houthis) विद्रोहियों ने लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल (Ballistic missile) से जबरदस्त हमला किया. इस हमले में इजरायली एयर डिफेंस सिस्टम (air defense system) आयरडोम (failed) भी नाकाम हो गया और मिसाइल मध्य इजरायल में जा गिरी. इसके बाद वहां सायरन बजने लगे, जिसमें बेन गुरियन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा भी शामिल है. सायरन बजने के बाद लोग सुरक्षित जगहों की ओर भागते नजर आए. हर तरफ अफरा-तफरी मच गई.
इजरायली डिफेंस फोर्सेस ने हूती विद्रोहियों की ओर से किए गए मिसाइल हमले की पुष्टि की है. उनका कहना है कि इस हमले के बाद एक खुले क्षेत्र में आग लग गई, लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ है. बेन गुरियन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा पर परिचालन बहुत जल्दी सामान्य हो गया. आईडीएफ ने कहा, “मध्य इजरायल में कुछ समय पहले बजने वाले सायरन के बाद एक सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल गिरने की घटना सामने आई है.”
हालांकि, पिछले 11 महीने से गाजा में जारी इजरायली सैन्य कार्रवाई थमने की बजाए तेज होती जारी है. शनिवार की रात मध्य और दक्षिणी गाजा पर इजरायल ने कई हवाई हमले किए, जिसमें कम से 14 लोग मारे गए. कई घायल हो गए. गाजा के नागरिक सुरक्षा ने बताया कि एक घर को निशाना बनकर हुए हमले में तीन महिलाएं, और चार बच्चों समेत 11 फिलिस्तीनियों की जान चली गई. खान यूनिस में भी इजरायल ने हमला किया.
शरणाथी शिविर को निशान बनाकर हुए हमले में तीन लोगों की मौत हो गई. न्यूज एजेंसी के मुताबिक इजरायल की लगतार जारी सैन्य कार्रवाई में सबसे ज्यादा नुकसान बच्चों को ही उठाना पड़ा है. कई बच्चे तो अपने सुनने और बोलने की क्षमता ही खोते जा रहे हैं. पिछले साल अक्टूबर में गाजा पर शासन करने वाले हमास ने इजरायल पर हमला कर 1200 लोगों को मार डाला था. इसके बाद से ही ये जंग चल रही है.
इस जंग को रोकने के लिए तेल अवीव की सड़कों पर एक बार फिर हजारों प्रदर्शनकारी उतर आए. इजरायल की सरकार से बंधकों की रिहाई के लिए हमास से तुरंत समझौते की मांग की है. बंधक बनाए गए लोगों के परिजनों और दोस्तों को डर है कि गाजा में जंग लंबी चली तो ज्यादा बंधक मारे जाएंगे. लंबे समय से प्रदर्शन कर रहे लोगों ने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और उनकी पूरी सरकार से इस्तीफा भी मांगा है.
बताते चलें कि हमास ने इजरायल पर हमला कर 250 से ज्यादा लोगों को बंधक बना लिया था. करीब आधे बंधकों को हमास अब तक छोड़ चुका है, जबकि कुछ की मौत हो चुकी है. अभी भी हमास की कैद में करीब 110 इजरायली नागरिक हैं. इस प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने सरकार पर जनबूझकर बंधकों को ना रिहा कराने का भी आरोप लगाया. उनका कहना है कि सरकार का फोकस जंग को लंबा खींचने पर है.
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