img-fluid

हॉस्पिटल के नीचे छिपा रखा है कई मिलियन डॉलर और सोना, हिजबुल्लाह पर इजरायल का आरोप

October 22, 2024

बेरुत । इजरायली सेना (Israeli Army)ने सोमवार को हिजबुल्लाह पर एक चौंकाने वाला आरोप(A shocking accusation on Hezbollah) लगाया। इसके मुताबिक हिजबुल्लाह ने बेरुत (Hezbollah attacks Beirut)में एक हॉस्पिटल के नीचे कई मिलियन डॉलर और सोना(Million dollars and gold) छिपा रखा है। इजरायली सेना ने आगे कहाकि हालांकि वह इस जगह पर हमला नहीं करेगा। फिलहाल उसका निशाना हिजबुल्लाह के वित्तीय ठिकानों पर है। इजरायल के आरोप पर अल-सालेह अस्पताल के डायरेक्टर और शिया अमल मूवमेंट पार्टी के लेबनानी विधायक फादी अलामेह ने जवाब दिया है। फादी अलामेह ने इजरायल के इन आरोपों को झूठा और बेबुनियाद बताया है।

अलामेह ने कहाकि लेबनानी सेना अस्पताल में आए और देखे कि वहां पर केवल ऑपरेशन रूम और मरीज हैं। उनके मुताबिक इस अस्पताल को खाली किया जा रहा है। रॉयटर्स ने इजरायली सेना के मुख्य प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हागरी की बातों की पुष्टि नहीं की है। डैनियल हागरी का कहना है कि इजरायली खुफिया विभाग ने कई साल मेहनत करके यह जानकारी जुटाई है। रॉयटर्स का इस मामले में हिजबुल्लाह से संपर्क नहीं हो पाया था।


टीवी पर जारी एक बयान में डैनियल हागरी ने दावा किया कि हिजबुल्लाह के पूर्व नेता सैय्यद हसन नसरल्लाह ने एक बंकर बनाया था। उन्होंने कहाकि बंकर के अंदर इस वक्त कई मिलियन डॉलर कैश रखा हुआ है। हागरी ने कहाकि मैं लेबनानी सरकार, वहां की अथॉरिटी और अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं से कहता हूं कि हिजबुल्लाह को इस पैसे का इस्तेमाल आतंक फैलाने और इजरायल पर हमले में न करने दें। हागरी ने आगे कहाकि इजरायली एयरफोर्स इस परिसर की निगरानी कर रही है। हालांकि हम खुद से अस्पताल पर हमला नहीं करेंगे।

इस बीच इजरायली चीफ ऑफ जनरल स्टाफ ने लेबनान में हमलों की जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि रविवार और सोमवार की दरमियानी रात में विमानों ने अल-कार्ड और अल-हसन के 30 ठिकानों पर हमला किया। इजरायल के मुताबिक यह सभी हिजबुल्लाह के वित्तीय ठिकाने हैं। वहीं, हागरी ने कहाकि आने वाले समय में भी ऐसे हमले जारी रहेंगे।

Share:

डॉलर के मुकाबले सबसे निचले स्तर पर पहुंचा भारतीय रुपया, जाने आम आदमी पर क्‍या पड़ेगा असर?

Tue Oct 22 , 2024
नई दिल्‍ली । भारतीय रुपया (Indian Rupee) अमेरिकी डॉलर (US Dollar) के मुकाबले 84 के स्तर को पार करते हुए अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया। भू-राजनीतिक उथल-पुथल के बीच, आने वाले हफ्तों में इसके और गिरने की संभावना है। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे घरेलू अर्थव्यवस्था (domestic economy) पर कुछ […]
सम्बंधित ख़बरें
खरी-खरी
शुक्रवार का राशिफल
मनोरंजन
अभी-अभी
Archives

©2024 Agnibaan , All Rights Reserved