अहमदाबाद: गुजरात विधानसभा चुनाव (gujarat assembly election) के दूसरे और अंतिम चरण के लिए 5 दिसंबर को वोटिंग होनी है. इसी बीच चुनाव को लेकर अहमदाबाद की जामा मस्जिद के इमाम (Imam of Jama Masjid, Ahmedabad) ने भी पैगाम दिया है. जहां शाही इमाम शब्बीर अहमद सिद्दीकी (Shahi Imam Shabbir Ahmed Siddiqui) ने महिलाओं के चुनाव लड़ने पर विरोध जताया है. उन्होंने कहा कि जिन्हें मस्जिद और मजार में जाने की इजाज़त नहीं वो असेंबली में कैसे जा सकती है. उस दौरान उन्होंने कहा कि मुस्लिम महिलाओं को चुनावी टिकट देने वाले इस्लाम के खिलाफ हैं, वो धर्म को कमजोर कर रहे हैं. क्या कोई आदमी नहीं बचा है?
दरअसल, अहमदाबाद में इमाम शब्बीर अहमद सिद्दीकी ने बीते दिन पहले कहा था कि मुसलमान व्हाट्सएप पर एक दूसरे को मैसेज दे रहे हैं कि साल 2012 याद रखना, 2012 में वोट डिवाइड हुए थे. जहां जमालपुर में बीजेपी जीत गई थी. मुसलमानों के जेहन में ये बात है कि वोट डिवाइड न हों और जो जीतने वाला है, हम उसी को जिताएं.
बता दें कि, गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर इस बार आम आदमी पार्टी पुरजोर तरीक से जुटी हुई है. ऐसे में जामा मस्जिद के शाही इमाम ने कहा कि प्रदेश में फिलहाल तीसरी पार्टी की गुंजाइश नहीं है. जहां पहले भी लोग आएं हैं पर चले नहीं. अगर, आपने कांग्रेस से भी अदावत मोल ले ली, बीजेपी से तो है ही तो फिर क्या होगा?
गौरतलब है कि, गुजरात विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में अहमदाबाद शहर की जिन 16 सीट पर सोमवार को मतदान होना है. वहीं, गुजरात की कुल 182 विधानसभा सीट में से 93 पर सोमवार को मतदान होगा. इन 93 सीट में अहमदाबाद शहर की 16 सीट शामिल हैं. बाकी बची हुई 89 सीटों पर एक दिसंबर को मतदान हुआ था. चुनाव जीतने और गुजरात में सरकार बनाने के लिए राजनीतिक दलों या गठबंधन को न्यूनतम 92 सीटों पर जीत दर्ज करनी होगी.
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