नई दिल्ली: खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की सोमवार को गोली मारकर हत्या कर दी गई. वहीं इसकी हत्या को लेकर खुफिया एजेंसी सूत्रों द्वारा नई जानकारी मिली है. खुफिया एजेंसी सूत्रों के मुताबिक कनाडा में रह रहा निज्जर आईएसआई के लिए कनाडा में सिरदर्द बन चुका था. क्योंकि खुलकर प्रदर्शनों में हिस्सा ले रहा था, जिससे भारत विरोधी प्रदर्शन पाकिस्तान द्वारा भड़काने के मंसूबे खुले तौर पर उजागर हो रहे थे. इसलिए प्रबल आशंका यही है कि अपनी बदनामी के डर से आईएसआई ने साजिश के तहत एक निज्जर को अपने रास्ते से हटाया है.
खुफिया एजेंसी सूत्रों के मुताबिक हरदीप सिंह निज्जर को पाकिस्तानी एजेंसी आईएसआई ने पाला पोसा था. पिछले कई सालों से कनाडा में जितने भी प्रदर्शन खालिस्तान के समर्थन में होते थे. सरे इलाके में रह रहे निज्जर की भूमिका उसमें प्रमुख रहती थी. यहीं नहीं पिछले एक साल से ये गैंगस्टरों को भी लॉजिस्टिक और पैसा मुहैया करवा रहा था. इसीलिए भारत सरकार ने निज्जर के खिलाफ दो प्रमुख कार्रवाई की. पहला उसे आतंकी घोषित किया और दूसरा उसके ऊपर 10 लाख रुपये का इनाम रखा.
निज्जर की हत्या से पहले पिछले हफ्ते लंदन में खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल के दोस्त अवतार सिंह खांड की मौत हुई थी. इससे पहले आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी हाफिज अब्दुल सलाम भुट्टावी की पाकिस्तान की एक जेल में संदिग्ध मौत हुई थी. टेरर फंडिंग मामले में वह जेल में बंद था. वह प्रतिबंधित संगठन जमात-उद-दावा प्रमुख और मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद का करीबी था. इससे पहले इस साल 6 मई को खालिस्तान कमांडो फोर्स के मोस्ट वांटेड अपराधी परमजीत सिंह पंजवर की लाहौर में हत्या हो गई.
परमजीत सिंह जब सुबह मार्निग वॉक पर था तो मोटरसाइकिल से दो हमलावर आये और उन्होनें उसे गोली मार दी. इस साल 20 फरवरी को रावलपिंडी में हिजबुल मुजाहिद्दीन के टाप कमांडर बशीर अहमद पीर उर्फ इमतियाज आलम प्वाइंट ब्लैक से एक दुकान के सामने गोली मार दी गई. पीर पर भारत में आतंकी गतिविधियों और भारत के खिलाफ देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के मामले थे. पाक अधिकृत कश्मीर से वो भारत के खिलाफ आतंकी साजिशों में शामिल था.
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