क्वेटा। पाकिस्तान(Pakistan) की खुफिया एजेंसी (Intelligence Agency) आईएसआई (ISI) ने अफगानिस्तान (Afghanistan) के स्पिन बोल्डक में चार बलूच युवकों की हत्या(Four Baloch youths killed) कर दी। ये युवक बलूच समुदाय(Baloch Community) के बुगती जनजाति के थे। घटना की जानकारी बलूच रिपब्लिक (Baloch Republic) के संस्थापक ब्रहुमदाग बुगती ने दी है। उन्होंने कहा कि इन युवकों की हत्या स्पिन बोल्डक में ही की गई है। हमला करने वाले पाक खुफिया एजेंसी के सदस्य हैं। ब्रहुमदाग बुगती ने शरणार्थी संगठनों और मानवाधिकार संस्थाओं की चुप्पी पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने इस बात को ट्विटर पर भी साझा किया है।
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी का अज्ञात आतंकवादी बनकर हमला किए जाने का कृत्य निरंतर जारी है। 2006 में बलूचिस्तान के कहन क्षेत्र में एक सैन्य हमले में बुगती बलूच जनजाति के प्रमुख नवाब अकबर बुगती की हत्या के बाद पीड़ित बलूचिस्तान से फरार हो गए थे। बुगती ने कहा है कि यह शर्मनाक है कि निरंतर लोगों के मारे जाने के बाद भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही है। बुगती बलूच समुदाय की जनजाति है। इनकी संख्या बलूचिस्तान में एक लाख अस्सी हजार से ज्यादा है। ये ज्यादातर पाकिस्तान के डेरा बुगती में रहते हैं। पाकिस्तान सशस्त्र बल और गुप्त सेवाओं पर लंबे समय से अफगानिस्तान में बलूच शरणार्थियों की हत्या का आरोप है। बलूचिस्तान पाकिस्तान का एक संसाधन संपन्न लेकिन कम विकसित प्रांत है, जहां पिछले कई दशकों से बलूचों का आजादी का आंदोलन चल रहा है। मानवाधिकारों पर अपनी 2020 की रिपोर्ट में अमेरिकी विदेश विभाग ने पाकिस्तान में मानवाधिकार मुद्दों पर प्रकाश डाला है, जिसमें सरकार द्वारा अवैध तरीके या मनमानी हत्याएं शामिल हैं और पश्तून, सिंधी और बलूच मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को गायब कर दिया गया है। मंगलवार को जारी की गई रिपोर्ट में कहा गया है कि सरकारी जवाबदेही में कमी है और गोलियां अक्सर अनियंत्रित हो जाती थीं, जिससे अपराधियों के बीच दंड की मुक्ति की संस्कृति को बढ़ावा मिलता था, चाहे वह आधिकारिक हो या अनौपचारिक।