नई दिल्ली (New Delhi)। कहीं आपकी किडनी का फंक्शन (kidney function) तो गड़बड़ नहीं हो रहा है. कहीं किडनी में क्रिएटिनिन (creatinine) का लेवल बढ़ तो नहीं रहा है. इसकी जांच अब आप घर पर ही बड़ी आसानी से कर सकते हैं. दरअसल, किडनी फंक्शन की जांच (KFT) काफी कॉमन होता है. हार्ट डिजीज, डायबिटीज और क्रोनिक किडनी बीमारी वाले मरीजों को इस जांच को करवाते रहना चाहिए. इससे पोटैशियम और क्रिएटिनिन के लेवल का पता चलता है, जिससे आने वाले खतरे को आसानी से टाला जा सकता है. इस टेस्ट को करवाने के लिए लोग डॉक्टर और हॉस्पिटल जाते हैं, जो हैक्टिक हो सकता है. इससे हेल्थ सर्विस पर भी बोझ बढ़ता है. ऐसे में घर पर ही किडनी टेस्ट को बढ़ावा दिया जा रहा है.
घर पर किडनी जांच करना क्यों फायदेमंद
अगर आप घर पर किडनी की जांच करते हैं तो बार-बार अस्पताल जाने से छुटकारा मिल जाता है. इससे हार्ट फेलियर, डायबिटीज या क्रोनिक किडनी बीमारी को मैनेज करने में मदद मिल सकती है. घर पर जांच काफी सुविधाजनक हो सकता है.
घर पर किडनी फंक्शन की जांच कैसे करें
घर पर खुद से किडनी फंक्शन टेस्ट करना काफी सिंपल है. दरअसल, बाजार से एक किट आती है, जिसमें डायबिटीज के टेस्ट जैसी ही फिंगर से ब्लड निकाला जाता है. इसके बाद इस ब्लड को किट पर लगा दिया जाता है. कुछ किट में यूरीन का यूज भी किया जाता है. इस तरह जांच पूरी की जाती है.
घर पर किडनी फंक्शन टेस्ट में क्या चुनौतियां आती हैं
घर पर किडनी जांच की सुविधा काफी अच्छी मानी जाती है लेकिन इसकी कुछ चुनौतियां भी हैं. सबसे पहली कि इस टेस्ट का रिजल्ट कितना सही है, क्योंकि आगे की प्रक्रिया इसी पर निर्भर करती है. इसी के हिसाब से जरूरी कदम उठाए जाते हैं. इसलिए सही टेस्ट और सही रिजल्ट बेहद जरूरी हैं.
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