चंडीगढ़: गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का खासम खास और गैंग के लिए हथियार और ड्रग्स का सबसे बड़ा जरिया कहा जाने वाला जग्गू भगवानपुरिया एक बार फिर पंजाब पुलिस की कस्टडी में है. यह वही जग्गू भगवानपुरिया है, जो सीधे सीमा पार पाकिस्तान से आ रही ड्रग्स की खेप और हथियारों की तस्करी में पाकिस्तानी तस्करों के लगातार संपर्क में रहा है और इसका नेटवर्क पिछले कुछ दशकों से इतना ज्यादा मजबूत है कि यह पंजाब के अलावा गुजरात में समुद्र के रास्ते ड्रग्स तस्करी से होने वाली मोटी कमाई से लॉरेंस बिश्नोई गैंग को मोटा मुनाफा पहुंचा रहा है.
दरअसल, हाल ही में मोहाली की स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल ने एक नई एफआईआर दर्ज की है, जिसमें A कैटेगरी के पांच गैंगस्टर्स को नॉमिनेट किया गया है. यह मामला यूपीए के तहत दर्ज किया गया है, जिसमें पुलिस ने लिखा है कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि पंजाब में एक बड़ी साजिश को अंजाम देने की साजिश रची जा रही है. इसको लेकर गैंगस्टर किसी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकते हैं, जिसके तहत स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल पंजाब ने यह मामला दर्ज किया और उसके बाद कई बड़े खुलासे सामने आए.
ए कैटेगरी के गैंगस्टर में जग्गू भगवानपुरिया का नाम भी शामिल है, जो लॉरेंस का खास है. पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, जग्गू भगवानपुरिया के कई एसोसिएट पिछले दिनों पंजाब से काबू किए गए थे और उनके पास से काफी असलहा भी बरामद हुए थे. इनसे पूछताछ में कई बड़े खुलासे सामने आए हैं. पुलिस अब बठिंडा जेल से जग्गू को प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आई है. मोहाली कोर्ट में पुलिस को जग्गू का 4 दिन का पुलिस रिमांड मिला है. इसमें पूछताछ में कई बड़े खुलासे सामने आ रहे हैं.
एफआईआर पर गौर करें तो पंजाब में टारगेट किलिंग व माहौल खराब करने के लिए बब्बर खालसा इंटरनेशनल जत्थेबंदी के साथ जुड़े पांच गैंगस्टरों के खिलाफ स्टेट स्पेशनल ऑपरेशन सेल (SSOC) ने अनलॉफुल एक्टीविटी की धारा -17,18, 20, आईपीसी की धारा 120बी व आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है. यह मामला सीक्रेट इंफॉर्मेशन के आधार पर जगदीप सिंह उर्फ जग्गू भगवानपुरिया निवासी कोटली सूरत मल्लियां (बटाला), अमृतपाल सिंह उर्फ अमृत बल निवासी भौलथ कपूरथला, परगट सिंह निवासी नाभा (पटियाला), दरमनजोत सिंह उर्फ दरमन काहलों निवासी तलवंडी (अमृतसर रूरल), परमजीत सिंह उर्फ पम्मा निवासी इंग्लैंड के खिलाफ दर्ज किया गया है. उक्त सभी गैंगस्टरों पर पहले भी पंजाब के अलग-अलग थानों में कई मामले दर्ज हैं.
एसएसओसी थाने से मिली जानकारी अनुसार, उन्हें इनपुट मिली थी कि पंजाब में टारगेट किलिंग व माहौल खराब करने के लिए साजिश रची जा रही है. इस साजिश के तहत कुछ क्रिमिनल बब्बर खलासा इंटरनेशनल जत्थेबंदी के साथ जुड़ चुके हैं. इस जत्थेबंदी को परमजीत सिंह पम्मा इंग्लैंड से चला रहा है, जिसकी मोहाली फेज-3बी2 में कोठी है और वह सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के साथ भी जुड़ा हुआ है. यह जत्थेबंदी भारत सरकार की ओर से पाबंदीशुदा जत्थेबंदी घोषित की हुई है. यह भारत व पंजाब में टारगेट किलिंग और पंजाब में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने का प्लान बना रहे थे. इन कामों को अंजाम देने के लिए जग्गू भागवानपुरिया व प्रगट लोगों को साथ जोड़ रहे थे और उनके लिए हथियार जमा कर रहे थे.
एसएसओसी ने जांच के बाद जगदीप सिंह उर्फ जग्गू भगवानपुरिया, अमृतपाल सिंह उर्फ अमृत बल निवासी, परगट सिंह, दरमनजोत सिंह उर्फ दरमन काहलों, परमजीत सिंह उर्फ पम्मा के खिलाफ एफआइआर नंबर-2 दर्ज कर उक्त सभी आरोपियों को मामले में नामजद कर लिया है. बदा दें कि साल 2015 में पंजाब की कपूरथला जेल में पहली बार जग्गू की मुलाकात लॉरेंस बिश्नोई से हुई थी, तब से लेकर अब तक लगातार जग्गू देश की अलग-अलग जेल के अंदर बन्द होने के बावजूद पाकिस्तान से आने वाले हथियार और ड्रग्स की खेप अपने गुर्गों के जरिए लॉरेंस क्राइम कंपनी को मुहैया करवाता रहा है.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved