मुंबई। खतरनाक कोरोना वायरस (Corona Virus) का उभार भारत (India) के कई हिस्सों में एक बार फिर देखा जा रहा है। पिछले साल तबाही मचानेवाले वायरस के बारे में सोचा गया था कि ये सामान्य श्वसन संबंधी वायरस है, लेकिन जल्द ही ये अनुमान गलत साबित हो गया। अब, एक नए रिसर्च (Research) में दावा किया गया है कि नोवल (Noval) कोरोना वायरस किडनी (Kidney0 को नुकसान पहुंचा रहा है।
कोरोना वायरस अब किडनी को कर रहा प्रभावित
विशेषज्ञों का कहना है कि कोविड-19 (Covid-19) का प्रभाव कार्डियोवैस्क्युलर डिजीज या लंग्स पर स्पष्ट है। इस बीच, उन्होंने सावधान किया है कि किडनी की समस्या से पीड़ित कोविड-19 मरीजों को अत्यधिक सतर्क रहने की जरूरत है, वरना ये उनकी किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने बताया कि कोविड-19 से संक्रमित होनेवाले लोगों को किडनी के नुकसान, अल्पकालीन किडनी क्षति का खतरा है।
अल्पकालीन किडनी क्षति चंद घंटे या कुछ दिनों में अचानक होती है। ये रक्त में अपशिष्ट पदार्थों के जमाव की वजह बनती है जिससे किडनी के लिए शरीर में तरल की सही मात्रा का रखना मुश्किल हो जाता है। रक्त में अपशिष्ट पदार्थों के जमा होने से रक्त की रसायनिक क्रिया प्रभावित होती है। इसका असर अन्य अंगों जैसे दिमाग, दिल और फेफड़ों पर भी पड़ता है।
किडनी की समस्या से पीड़ित हो जाएं सावधान
फोर्टिस अस्पताल नई दिल्ली से जुड़े दीपक कालरा आईएनएस को बताते हैं, “किडनी उन मामलों में प्रभाव डालती है जब कोविड-19 का संक्रमण गंभीर हो। उसके अलावा ये अस्पताल में भर्ती करीब 10-20 फीसद मरीजों को अल्पकालीन किडनी क्षति की वजह बनती है।”
क्लीनिकल जर्नल ऑफ अमेरिकन सोसायटी ऑफ नेफ्रोलॉजी में प्रकाशित रिसर्च से पता चला कि कोविड-19 के मरीजों में अल्पकालीन किडनी क्षति असामान्य थी लेकिन अस्पताल में मौत के ज्यादा खतरे से जुड़ा पाया गया।
शोधकर्ताओं ने पाया कि अल्पकालीन किडनी क्षति के बिना अस्पताल में मृत्यु दर 10 फीसद रही जबकि अल्पकालीन किडनी क्षति से मरीजों में 72 फीसद मृत्यु दर देखा गया। बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टीट्यूट नई दिल्ली के राजेश अग्रवाल ने कहा, “कोविड-19 का हमला सीधे इम्यूनिटी और अंगों पर होता है जो उसी वायरस जनित बीमारी की गंभीरता को जोड़ता है।”
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